राधा रानी मंदिर के पास तुलसी वन भी बनेगा
बरसाना धाम की तर्ज पर पानीपत में राधा रानी का मंदिर बनाया जा रहा है। 2005 में मंदिर का निर्माण शुरू हुआ था। अब इस मंदिर के साथ प्रबंधन समिति ने 735 गज जगह तुलसी वन स्थापित करने के लिए ली है। राधा अष्टमी उत्सव समिति यह निर्माण कर रही है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : बरसाना धाम की तर्ज पर पानीपत में राधा रानी का मंदिर बनाया जा रहा है। 2005 में मंदिर का निर्माण शुरू हुआ था। अब इस मंदिर के साथ प्रबंधन समिति ने 735 गज जगह तुलसी वन स्थापित करने के लिए ली है। राधा अष्टमी उत्सव समिति यह निर्माण कर रही है।
समिति के प्रधान विवेक कत्याल ने बताया कि शहर वासियों को इस पुण्य का भागीदार बनाने के लिए हम एक-एक गज के लिए सहयोग मांग रहे हैं। 250 लोगों ने एक-एक गज का सहयोग दे दिया है। जो भी व्यक्ति मंदिर निर्माण में सहयोग देना चाहे, वह दे सकता है। इसके लिए बैंक के खाते में दान राशि डाली जाती है। हमारी संस्था रजिस्टर्ड है। शहरवासियों से सहयोग इसीलिए मांगा जा रहा है कि इस मंदिर में सभी की आस्था जुड़े। बरसाना की तर्ज पर यह मंदिर बनेगा। हरिद्वार रोड पर होने के कारण अन्य प्रदेशों के लोग भी यहां बरसाना धाम की भांति दर्शन कर सकेंगे। प्रदेश का यह पहला मंदिर है।
संस्था 2005 से सत्संग कीर्तन करती है। इसके लिए कोई सहयोग नहीं लिया जाता। इसके अतिरिक्त अनेक सेवा कार्य चलाए जा रहे हैं। ठाकुर भक्त एक-एक गज अथवा ज्यादा सहयोग कर सकते हैं। हर दान दाता का पत्थर यहां लगाया जाएगा। राधा रानी मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। भवन बन चुका है। संस्था के सदस्यों और ठाकुर भक्तों के सहयोग से ही कार्य चल रहा है। 17 हजार प्रति वर्ग गज में ली जगह
विवेक कत्याल ने बताया ने मंदिर के विस्तार के लिए 735 गज जगह 17000 रुपये प्रति वर्ग गज के हिसाब से ली गई। दो माह में रजिस्ट्ररी की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। एक-एक गज के लिए ठाकुर भक्त दान कर सकते हैं। समिति सदस्य राजेश वत्स, गगन शर्मा, रोहित, प्रशांत, पवन पुरी, शुभम, हिम्मत राणा, नरेंद्र, हुकम चंद, हरीश ने ठाकुर प्रेमियों से जमीन का दान देकर धर्म का लाभ लेने का आह्वान किया।