कुरुक्षेत्र में बेरिकेट्स तोड़़कर दिल्‍ली की ओर बढ़े किसान,

किसानों के दिल्‍ली चलो आंदोलन के मद्देनजर हरियाणा-पंजाब बार्डर को सील कर दिया गया है। किसान भारी संख्‍या में अंबाला में बेरिकेट्स तोड़ कर आगे बढ़े तो उनको कुरुक्षेत्र में रोकने की कोशिश हुई। यहां उन पर पानी की बौछार की गई लेकिन उन्‍होंं बेरिकेट्स तोड़ दिए।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Wed, 25 Nov 2020 02:03 PM (IST) Updated:Wed, 25 Nov 2020 10:37 PM (IST)
कुरुक्षेत्र में बेरिकेट्स तोड़़कर दिल्‍ली की ओर बढ़े किसान,
हरियाणा के कुरुक्षेत्र के समानाबाहू में लंगर खाते किसान।

कुरुक्षेत्र/अंबाला, जेएनएन/एएनआइ। किसानों के दिल्‍ली कूच के मद्देजर हरियाणा सरकार ने पंजाब से लगती सीमा पूरी तरह सील कर दी है। भारी संख्‍या में किसान अंबाला में पुलिस का घेरा तोड़कर आगे बढ़े। कुरुक्षेत्र के त्‍सोडा में भी उनको रोकनेे के लिए बेरिकट्स लगाए गए थे। वे इसे तोड़कर आगे बढ़े तो पुलिस ने वाटर कैनन से उन पर पानी की बौछार की। दूसरी ओर किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि हरियाणा में 100 किसान नेताओं को दिल्‍ली कूच से रोकने के लिए हिरासत में लिया गया है। किसानों ने रात में कुरुक्षेत्र के समानाबाहू  में पडा़व डाल दिया है।

कुरुक्षेत्र के समानाबाहू में किसानों ने लंगर लगाया और भारतीस किसान यूनियन के प्रदेश प्रधान गुरनाम चढूनी ने किसानों के साथ खाना खाया। किसानों का कहना हे कि वे रात को यही ठहरेंगे और सुबह दिल्ली के लिए रवाना होंगे। दूसरी ओर पुलिस ने किसानों को दिल्‍ली की ओर बढ़ने से रोकने के लिए अगला नाका करनाल के तरावड़ी और नीलोखेड़ी में लगाया है। किसानों का कहना है कि इसे भी तोड़कर आगे बढ़ेंगे।

 

कुरुक्षेत्र के समानाबाहू में दरे रात हुक्‍का पीते किसान।

कुरुक्षेत्र के त्‍योड़ा में किसानों पर वाटर कैनन से पानी की बौछार की

कुरुक्षेत्र में किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए त्योड़ा में पुलिस का नाका लगाया गया और हाईवे पर बेरिकेट्स लगाए गए थे। इस दौरान किसानों ने तीन नाके तोड़ दिए हैं। यहां प्रशासन और पुलिस अधिकारी किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी से बातचीत भी की, लेकिन किसान नहीं मानें व आगे बेरिकेट्स तोड़कर आगे बढ़ने लगे। इसके बाद पुलिस ने वाटर कैनन से किसानों पर पानी की बौछार कर दी। किसानों ने कुरुक्षेत्र के त्योड़ा गांव में लगाया पुलिस का नाका भी तोड़ दिया और दिल्ली कूच के लिए आगे बढ़ गए हैं। 

#WATCH | Haryana: Police use water cannon to disperse farmers who have gathered in Kurukshetra to proceed to Delhi to stage a demonstration. pic.twitter.com/Qpc2ETQ8q7

— ANI (@ANI) November 25, 2020

प्रियंका गांधी वाड्रा को लाडवा हाेकर निकाला

बुधवार को शाहाबाद और कुरुक्षेत्र के बीच किसानों को रोकने के लिए लगाए बेरिकेड्स की वजह से कांग्रेस महासचवि प्रियंका गांधी वाड्रा को लाडवा से निकाला गया। प्रियंका गांधी की लाडवा से होकर गुजरने की जानकारी किसी भी कांग्रेस नेता को नहीं लगी। इस दौरान उनके काफिले को जाम से बचाकर निकालने में पुलिस अधिकारियों के भी पसीने छूट गए। वह चंडीगढ़ से दिल्ली जा रही थीं। उनके काफिले को शाहाबाद से लाडवा की तरफ निकाला गया।

 हरियाणा के कुरुक्षेत्र में किसानों पर पानी की बौछार करती पुलिस। एनएनआइ

इससे पहले अंबाला में चंडीगढ़-दिल्‍ली हाइवे पर पर काफी तनाव रहा और पंजाब की ओर काफी संख्‍या में किसान जुट गए । उनको रोकने के लिए भारी पुलिस बल और अर्द्ध सुरक्षा बलों के जवान तैनात कर दिए गए थे और अब भी वहां तैनाती है। । बार्डर को पूरी तरह सील कर दिया गया है और किसी को भी पंजाब की ओर से हरियाणा में द‍ाखिल नहीं होने दिया जा रहा है। चंड़ीगढ़- दिल्‍ली हाईवे पर 15 किलोमीटर लंबा जाम लग गया। इसमें शादियों में जा रहे लोग और दूल्‍हे व बराती भी फंसे रहे।

किसान नेता का दावा- देश भर में पांच सौ किसान नेता हिरासत में, इनमें सौ हरियाणा के

भाकियू के प्रदेश अध्‍यक्ष सरदार गुरमना सिंह चढ़ूनी ने दावा किया कि दिल्ली में होने वाले किसानों के आंदोलन के मद्देनजर पूरे देश में करीब 500 किसान नेताओं को हिरासत में लिया गया है। इनमें करीब 100 नेता हरियाणा से हैं। किसानों के आंदोलन की सात सदस्यीय राष्ट्रीय़ संयुक्त समिति ने भी इन गिरफ्तारियों का दावा किया है।  चढूनी ने किसानों को हिरासत में लिए जाने का दावा किया है, लेकिन हरियाणा सरकार ने इसे गलत बताया। हरियाणा सरकार ने कहा कि किसानों को हिरासत में लेने के दावा पूर तरह गलत हैं।

कुरुक्षेत्र में पुलिस द्वारा लगाए गए बेरिकेट्स।

 हरियाणा सरकार ने कहा- किसी किसान को हिरासत में नहीं लिया

गुरनाम चढूनी ने कहा, सरकार ने हमें दिल्ली जाने से रोकने की पूरी कोशिश की है, लेकिन हमारा काफिला आगे बढ़ चुका है। अंबाला में मोहड़ी के पास हमने पहला बैरियर तोड़ दिया है। आगे अन्‍य बैरियर की सूचना है, उसे भी तो़ड़कर आगे बढ़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहेगा। यदि पुलिस ने हमें तंग करने या लाठियां बरसाने की कोशिश की तो हम इसके लिए भी तैयार हैं।

पंजाब के लिए हरियाणा रोडवेज की बसें बंद

किसानों के दिल्‍ली कूच के मद्देनजर हरियाणा रोडवेज की सेवाएं पंजाब में बंद कर दी गई हैं। हरियाणा सरकार ने इसके बारे में सभी डिपो प्रबंधकों को आदेश जारी कर दिया है और उनको आपात स्थिति के लिए अतिरिक्त बसें तैयार रखने को कहा गया है।

चंडीगढ़-अंबाला हाईवे पर लगा 15 किमी लंबा जाम, शादियों में जा रहे लोग भी फंसे

राज्‍य में अन्‍य सीमाओं को भी पूरी तरह सील किया गया है। अंबाला में चंडीगढ़- दिल्‍ली हाईवे पर कड़ी सुरक्षा है और बैरिकेट्स लगाकर सड़क पर आवागमन पूरी तरह रोक दिया गया है। पंजाब की ओर से किसानों को रोकनके लिए भारी संख्‍या पुलिस और अर्द्ध सुरक्षा बलों के जवान तैनात हैं। अंबाला में मोहड़ा मंडी के पास  रैपिड एक्शन फ़ोर्स की टीम भी तैनात है। मंडी के पास और हाईवे पर काफी संख्‍या में किसान पहुंच गए।

चंडीगढ़-अंबाला हाईवे पर तैनात रैपिड एक्‍शन फोर्स के जवान।

किसानों ने हटाए बेरिकेट्स, दिल्ली को हुए रवाना

मोहड़ा अनाज मंडी में जुटे किसानों ने बेरिकेट्स को हटा दिया है और वे दिल्‍ली की ओर रवाना गए। पुलिस ने किसानों को रोकने की कोशिश की, लेकिन उनकी संख्‍या काफी अधिक होने के कारण वह सफल नहीं हुई।

शंभू बार्डर पर और सदौपुर बार्डर पर भी जुटी रही पुलिस

पंजाब से आने वाले किसानों को रोकने के लिए  शंभू बार्डर और सदौपुर बार्डर पर भी कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। भारी संख्‍या में पुलिस और अर्द्ध सैनिक बलों के जवानों ने मोर्चा संभा‍ल रखा है। हरियाणा-पंजाब बार्डर को पूरी तरह सील किया गया है और बेरिकट्स लगाए गए हैं। यहां पुलिस ने दो कंपनियां तैनात की गई हैं। वैसे दिल्ली नेशनल हाईवे को अभी चालू रखा हुआ है। अभी इन जगहों पर पंजाब से किसानों के पहुंचने की सूचना नहीं है।

पुलिस ने वाहनों को डायवर्ट करने का पहले से ही प्लान बनाया हुआ है। इसके अनुसार चंडीगढ़ जाने वाले लोग अंबाला शहर होक नारायणगढ़ रोड़ से हंडेसरा, बरवाला होते हुए चंडीगढ़ जा सकते हैं। सुल्तानपुर चौक से जड़ौत, बरवाला व पंचकूला जा सकते हैं। पंजाब जाने के लिए देवी नगर से हिसार रोड पुल के माध्यम से जमीतगढ़ मोड से होते हुए घन्नौर रास्ते से पटियाला जा सकते हैं।

पुलिस पर हुई पत्थरबाजी

शाहपुर रेलवे ट्रैक पर किसान जुट गए थे, इसकी सूचना पुलिस को मिल गई। उन्हें हटाने के लिए मौके पर पहुंची। इस दौरान पुलिस पर कुछ लोगों ने पथराव भी किया। वैसे, इसमें  किसी को चोट नहीं लगी। बाद में पुलिस ने किसानों को रेल ट्रैक से हटा दिया।

हाईवे पर लगा 15 किलोमीटर लंबा जाम, किसानों ने सड़क पर लगाया लंगर

अंबाला-चंडीगढ़ हाईवे पर बैठकर लंगर खाते किसान।

किसानों को  पुलिस और अर्द्ध सुरक्षा बलों के जवानों ने आगे बढ़ने से रोक दिया तो वे हाईवे पर बैठ गए। इससे करीब 15 किलोमीटर लंबा जाम लग गया। इससे किसानों के अलावा शादियों में जा रहे लोग और बरात भी फंस गई। इस दौरान किसानों ने सड़क पर ही लंगर लगा दिया।

सिरसा और जींद में भी पंजाब बार्डर सील, जींद में सीमा पर ट्रैक्टर के साथ पंजाब के किसानों ने जमाया डेरा

हरियाणा में भी कृषि कानूनों के विरोध में भारतीय किसान यूनियन के दिल्ली कूच को लेकर प्रशासन और किसान नेता आमने-सामने आ गए हैं।  दिल्ली में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच प्रस्तावित किसान आंदोलन में शिरकत करने से रोकने के लिए प्रशासन ने किसान नेताओं की धर-पकड़ की जा रही है। प्रदेश की सीमाएं बुधवार सुबह से ही पूरी तरह सील कर दी गई हैं। सिरसा और जींद में पंजाब से लगती सीमाओं पर सुरक्षा व्यवस्था चौकस कर दी गई है तो झज्जर जिले में धारा 144 लगा दी गई है। 

अंबाला-चंडीगढ़ हाईवे पर बैठे किसान।

पुलिस की सख्ती को देखते हुए भाकियू ने भी अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए अब अंबाला जिला के गांव मोहड़ा के पास जीटी बेल्ट के किसानों को एकत्रित करने का फैसला किया और यहां बुधवार सुबह से किसान आने लगे। सिरसा में तीन, फतेहाबाद में एक, करनाल में तीन, चरखीदादरी में छह समेत हिसार,  रोहतक, भिवानी, यमुनानगर और अंबाला से कई किसानों को पुलिस ने के हिरासत में लिया है। अंबाला में भी पंजाब से आने वाले किसानों को रोकने के लिए नाकेबंदी कर दी गई है।

अंबाला में हरियाणा-पंजाब बार्डर पर तैनात रैपिड एक्‍शन फोर्स के जवान।

जींद में पंजाब के किसानों ने बार्डर पर जमाया डेरा

पंजाब सीमा को गांव दातासिंहवाला के पास बैरिकेड लगाकर पुलिस ने सील कर दिया है। पंजाब सीमा पर लगाए गए बैरिकेड के पास भारी पुलिस बल को तैनात किया गया है। वहीं पंजाब के काफी किसान ट्रैक्टर ट्राली लेकर बार्डर के पास पहुंचे, लेकिन बैरिकेड लगा होने के चलते किसानों ने वहीं पर डेरा जमा लिया। उन्होंने पंजाब की सीमा के अंदर ही भंडारा शुरू कर दिया है। जिले में 30 नाके लगाए गए हैं।

झज्जर जिला में 25 से 27 नवंबर तक धारा-144 लागू

झज्जर जिला प्रशासन ने किसान संगठनों के दिल्ली कूच की चेतावनी के मद्देनजर  कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अंतर राज्य व अंतर जिला नाके सील किए जा रहे हैं। आगामी तीन दिनों के लिए धारा 144 लागू करते हुए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।

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भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष अनिल नांदल को नींद से जगा हिरासत में लिया

रोहतक में भारतीय किसान यूनियन अंबावता के प्रदेश अध्यक्ष अनिल नांदल उर्फ बल्लू प्रधान को उनके निवास से पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। प्रदेशाध्यक्ष का आरोप है कि पुलिस कर्मी सादी वर्दी में हथियारों से लैस होकर उनके आवास पर पहुंचे और अपराधियों की तरह उनको हिरासत में लिया। पुलिस कार्रवाई की उनके सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई।

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