सजा दो घर को गुलशन सा, मेरे सरकार आए हैं..
जागरण संवाददाता पानीपत लक्ष्मीनारायण मंदिर में साईं संध्या पर भजनों पर श्रद्धालु जमकर नाचे। जै
जागरण संवाददाता, पानीपत : लक्ष्मीनारायण मंदिर में साईं संध्या पर भजनों पर श्रद्धालु जमकर नाचे। जैसे ही सजा दो घर को गुलशन सा, मेरे सरकार आए हैं, भजन गायिका स्वीटी ने गाना शुरु किया, संध्या भजन में शामिल भक्त नाचने लगे। संध्या भजन मं एक बाद एक भजन की प्रस्तुति दी गई। भजन गायक ने हमारे दो ही रिश्तेदार, एक बांहे बिहारी दूजे राधारानी सरकार भजनों सुनाए।
श्री लक्ष्मी नारायण सांई बाबा मंदिर ऋषि कालोनी सनौली रोड में दशम मूर्ति स्थापना दिवस मनाया गया। सुबह सर्वप्रथम सांई दुग्धाभिषेक मुख्य अतिथि मदन लाल असीजा द्वारा किया गया। शाम को सांई बाबा की पालकी शोभायात्रा निकाली गई। तत्पश्चात सांई संध्या का कार्यक्रम आयोजित किया गया।
सांई संध्या के बाद स्वामी दयानंद सरस्वती ने कहा कि प्रार्थना में भाव का महत्व होता है न कि शब्दों का। यदि वेद मंत्रों को बोलते समय भाव न हो तो परमात्मा उसे नहीं सुनता और अगर शब्द साधारण हो लेकिन भाव से बोले जाएं तो परमपिता उसे जरूर सुनता है। बच्चे की तोतली भाषा में बोली गई बोली हमें अच्छी इसलिए लगती है क्योंकि उसमें छल नहीं होता।
उन्होंने कहा कि एक बार एक छोटे बच्चे ने अपने पिता को प्रार्थना बोलते सुना तो उसने पूछा कि आप क्या कर रहे हो। यह सुनकर पिता बोला कि मैं ईश्वर की प्रार्थना कर रहा हूं, जैसे तुम स्कूल में प्रेयर करते हो। यह सुनकर बच्चा बोला कि मैं भी प्रार्थना करूंगा और धीरे धीरे बुदबुदाने लगा। यह देखकर पिता ने पूछा कि तुम प्रार्थना में क्या बोल रहे थे तो बच्चा बोला मुझे प्रार्थना नहीं आती लेकिन एबीसी आती है। मैंने उसे ही भगवान को सुना दिया और उनसे कहा कि इन से अपनी प्रार्थना खुद ही बना लेना।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से कृष्ण लाल लखीना, राजेन्द्र टुटेजा, कैलाश नारंग, तिलक राज सेठी, रामनारायण तनेजा, सागर जुनेजा, राजेश लखीना, मोहित गुप्ता, पंकज नारंग, दिनेश ढींगड़ा, मोहित नारंग, गिन्नी जुनेजा, अनिल रेवड़ी पुजारी हरे कृष्ण जोशी, प्रेम चन्द शर्मा मौजूद रहे।