दस महीने में पूरा करना होगा यमुना पुल का निर्माण

विधानसभा के मानसून सत्र में आट्टा गांव के सामने निर्माणाधीन यमुना पुल का मुद्दा उठाने पर काम में तेजी आ गई है। ठेकेदार ने स्लैब ढलाई का काम चालू कर दिया है। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने भी आगे समय नहीं बढ़ाने की नसीहत दी है। 31 जुलाई 2022 तक हर हाल में काम पूरा करने कहा है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 07:31 PM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 07:31 PM (IST)
दस महीने में पूरा करना होगा यमुना पुल का निर्माण
दस महीने में पूरा करना होगा यमुना पुल का निर्माण

जागरण संवाददाता, समालखा : विधानसभा के मानसून सत्र में आट्टा गांव के सामने निर्माणाधीन यमुना पुल का मुद्दा उठाने पर काम में तेजी आ गई है। ठेकेदार ने स्लैब ढलाई का काम चालू कर दिया है। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने भी आगे समय नहीं बढ़ाने की नसीहत दी है। 31 जुलाई, 2022 तक हर हाल में काम पूरा करने कहा है।

सीएम की घोषणा के बाद दिसंबर, 2018 में हिसार की जेसीसी कंपनी ने इसका निर्माण शुरू किया था। दो सालों में इसे पूरा होना था। गत नवंबर तक काम पूरा नहीं होने और कोविड महामारी के कारण ठेकेदार को एक साल का अतिरिक्त समय दिया गया था। फिर भी उसने काम में तेजी नहीं दिखाई। अब आगे समय नहीं मिलने के डर से काम तेज कर दिया है। विधायक ने उठाया था मुद्दा

विधायक धर्म सिंह छौक्कर ने विधानसभा में तारांकित प्रश्न के दौरान सरकार से निर्माण की समय सीमा पर जवाब मांगा था। सरकार ने 31 जुलाई, 2022 तक पुल के पूरा हो जाने का भरोसा दिया। मजबूरी में ठेकेदार को दमखम से काम में लगना पड़ा। 84 करोड़ रुपये के हैं प्रोजेक्ट

लोक निर्माण विभाग की देखरेख में पुल का काम चल रहा है। सीएम ने इसकी घोषणा की थी। 900 मीटर लंबे और 33 फीट चौड़े पुल सहित सभी कामों पर 84 करोड़ रुपये खर्च होने हैं। पुल के दोनों ओर 33 फीट चौड़े अप्रोच रोड नदी की पेटी में बनने हैं। यूपी के एरिया में 800 मीटर लिक रोड और हरियाणा क्षेत्र में यमुना बांध से जीटी रोड तक 13 किमी रोड का निर्माण भी इसमें शामिल है। लिक और अप्रोच को छोड़कर रोड निर्माण कार्य लगभग पूरा हो गया है। इन गांवों को होगा फायदा

पुल के निर्माण से हरियाणा के बिलासपुर, आट्टा, खोजकीपुर, डिकाडला, पावटी और यूपी के टांडा, छपरौली, कुड़ी, तुंगना, बड़ौत, नांगल गांवों को फायदा होगा। व्यापार में वृद्धि होगी। रोजगार के अवसर पैदा होंगे। लोगों का एक-दूसरे प्रांतों में आना जाना सुलभ हो जाएगा। 31 जुलाई, 22 तक पूरा होगा काम: एसडीओ

एसडीओ शमशेर सिंह ने बताया कि करीब 50 प्रतिशत काम हो गया है। ठेकेदार को शेष काम आगामी 31 जुलाई तक पूरा करना है। आगे समय नहीं बढ़ाया जाएगा। ठेकेदार ने निर्माण कार्य में पूरी ताकत झोंक दी है।

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