Procurement of Paddy: कैथल में धान की खरीद न होने पर किसानों ने लगाया जाम, प्रशासन पर लगाए आरोप
किसानों का कहना था कि दो दिन पहले ही चीका के राइस मिलरों द्वारा कैथल में आकर सरकारी दाम से अधिक दाम पर धान की खरीद की गई थी।उसे पहले बन्द कर दिया गया था। जिसका विरोध किया गया था।
कैथल, जागरण सवांददाता। कैथल में दशहरे के दिन धान की खरीद न होने पर किसानों ने जाखोली अड्डा व अतिरिक्त अनाज मंडी में शुक्रवार दोपहर को जाम लगा दिया। किसानों ने खरीद एजेंसियों द्वारा सुबह के समय धान की खरीद न करने का आरोप लगाया।
प्रशासन ने खरीद को मंजूरी दे दी।
किसानों का कहना था कि दो दिन पहले ही चीका के राइस मिलरों द्वारा कैथल में आकर सरकारी दाम से अधिक दाम पर धान की खरीद की गई थी।उसे पहले बन्द कर दिया गया था। जिसका विरोध किया गया था। इसके बाद प्रशासन ने खरीद को मंजूरी दे दी थी।
धान की खरीद न होने पर किसानों ने जाखोली अड्डा
किसानो ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाया कि सरकार का एमएसपी का दाम 1960 रुपये है, चीका के राइस मिलर 2000 रुपये का दाम दे रहे है। जिसे शुक्रवार को फिर से चीका राइस मिलरों की खऱीद बन्द कर दी। किसानों 1700 से 1800 रुपये का दाम मिल रहा है।
अतिरिक्त अनाज मंडी कर लगाया जाम
भारतीय किसान यूनियन के जिला प्रधान होशियार गिल ने कहा कि सरकार द्वारा इस बार सीजन के दौरान किसानों को काफी परेशान किया जा रहा है।जिसका सीजन की शुरुआत से ही कोई समाधान नहीं हो पाया है। किसान दो दो दिन तक मंडियों में धान बेचने के लिए बैठा रहता है, लेकिनधान की। खरीद नही होती। यदि खरीद होती है तो दाम कम दिया जाता है।
किसान पहले कर चुके है धरने
इस पहले भी धान की खरीद को लेकर किसान जगह जगह पर धरना प्रदर्शन कर चुके हैं। जिसके बाद सरकार ने धान की खरीद को लेकर सुध ली थी। वहीं किसानों का कहना है कि इस धान की खरीद को लेकर परेशानियों को का सामना करना पड़ रहा है। बार बार किसानों को खरीद के लिए धरने प्रदर्शन करने पड़ रहे हैं। वहीं किसानों ने धान के भाव को लेकर सवाल खड़ किए हैं।