कैथल में अचानक बदल दी हैवी लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया, युवाओं ने नेशनल हाईवे किया जाम
कैथल में आधे दिन में ही हैवी लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया बदल दी। गुस्साए युवा सड़क पर उतर आए। युवाओं ने जाम लगा दिया। जाम के दौरान एक युवक को आई चोटें। विरोध के बाद आरटीए कार्यालय ने फिर से आफलाइन फाइल जमा लेना शुरु किया।
कैथल, जागरण संवाददाता। क्षेत्रीय यातायात प्राधिकरण (आरटीए) कार्यालय में हैवी ड्राइविंग लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया को आफलाइन से एकदम आनलाइन कर दिया गया। इसके विरोध में कई गांवों से आए युवाओं ने नए बस स्टैंड के पास नेशनल हाईवे पर जाम लगा दिया। इस दौरान एक युवक को चोटें आई हैं, जिसे सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
करीब आधा घंटा तक लगे रहे जाम को करनाल रोड बाईपास पुलिस चौकी के कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर खुलवाया और आश्वासन दिया कि आरटीए कार्यालय में अधिकारियों से बातचीत करके मसला सुलझा लिया जाएगा। इसके बाद ही युवक माने और दोबारा से आरटीए कार्यालय पहुंचे।
युवक सुरेंद्र, रामलाल, जय सैनी, सोनू, अमन, सुभाष शर्मा ने बताया कि सोमवार को वह ड्राइविंग लाइसेंस की फाइल लेकर आए थे। तब आरटीए कार्यालय में आफलाइन ही फाइल जमा हो रही थी, लेकिन दोपहर डेढ़ बजे एक कार्यालय के बाहर एक नोटिस चस्पा कर दिया गया। जिसमें लिखा था कि सभी कामर्शियल चालक लाइसेंसधारकों को सूचित किया जाता है कि वे अपना चालक लाइसेंस व सभी संबंधित दस्तावेज आनलाइन करवाए। किसी भी चालक लाइसेंस की मूल फाइल स्वीकार नहीं की जाएगी।
मंगलवार को सुबह जब युवक दोबारा आरटीए कार्यालय पहुंचे तो यह नोटिस लगा देख भड़क गए। उन्होंने कर्मचारियों से कहा कि बीते रोज तक तो सभी कागज कार्यालय में जमा होते थे। अब बाहर से आनलाइन कराने के आदेश एकदम से पारित करना गलत है। यहां जब उनकी सुनवाई नहीं हुई तो वह नेशनल हाईवे पर आ गए और लंबे-लंबे पाइप गिरा कर जाम लगा दिया। मामला बढ़ता देख आरटीए कार्यालय के कर्मचारियों ने युवकों को समझाया और आफलाइन फाइल लेना शुरु कर दिया। इसके बाद ही रोष जता रहे युवक शांत हुए।
पाइप से टकराई कार, युवक घायल
जिस दौरान युवक नेशनल हाईवे पर पाइप गिराकर जाम लगा रहे थे तो दूसरी साइड से एक कार चालक ने तेजी से निकलने का प्रयास किया, लेकिन वह पाइप के एक सिरे से टकरा गया। कार की टक्कर से भारी पाइप का दूसरा सिरा साथ खड़े युवक कलायत निवासी सुमित की टांग पर लगा। उसे काफी चोट आईं, जिसके चलते उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सुमित ने बताया कि वह वेल्डर का काम करता है। कलायत से काम के लिए जिरकपुर जा रहा था। जाम के चलते बस से उतर वह नीचे खड़ा था कि पाइप के टकराने से चोट लग गई।
साइट नहीं चलती, होती दोगुनी वसूली
युवाओं को कहना है कि आरटीए कार्यालय के अधिकारी दस्तावेज आनलाइन जमा करवाने की बात तो कह रहे हैं, लेकिन अक्सर यह बहाना बनाया जाता है कि साइट नहीं चलती। जब कार्यालय में ही साइट नहीं चलती तो बाहर कैसे चलेगी। इससे उनका समय और पैसा दोनों ही बर्बाद होगा। उन्होंने कहा कि बाहर इंटरनेट की दुकानों पर आवेदन करने के लिए दो से तीन गुणा तक वसूली की जाती है।