कैदी अब उतरेंगे खेल मैदान में, सेंट्रल जेल में बनाया जा रहा एथलेटिक ट्रैक
अपराध को अंजाम देने वाले अब अंबाला सेंट्रल जेल में अपने खेल की प्रतिभा दिखाएंगे। अंबाला जेल प्रशासन अब ऐसी व्यवस्थाएं बनाने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए जेल प्रशासन ने खेल विभाग से बातचीत की है।
अंबाला, [कुलदीप चहल]। अपराध को अंजाम देने वाले अंबाला सेंट्रल जेल में सजा काट रहे हैं, लेकिन अब उनको खेल के मैदान में उतारने की तैयारी है। जी हां, जेल प्रशासन अब ऐसी व्यवस्थाएं बनाने की तैयारी कर रहा है, ताकि यह कैदी अपराध की दुनिया को छोड़कर खेलों में अपना समय बिताएं। इसके लिए जेल प्रशासन ने खेल विभाग से बातचीत की है, जिसके बाद इस पर काम शुरू कर दिया गया है। कैदियों को अपराध के रास्ते से दूर ले जाने के लिए यह कदम काफी सराहनीय साबित होगा। उल्लेखनीय है कि इससे पहले जेल में लाइब्रेरी का भी शुभारंभ किया गया है, जबकि जेल रेडियो की भी शुरुआत की गई है। अब कैदियों को खेलों में उतारने की तैयारी है। माना जा रहा है कि इस में कुछ कैदी बेहतर कर अपना करियर भी इसी में बना सकेंगे। ----------- ये है योजना अंबाला शहर की सेंट्रल जेल में कैदियों को मुख्यधारा में लाने के लिए अब खेलों को माध्यम बनाया जा रहा है। इसके लिए जेल में ही खेलों की व्यवस्थाएं की जा रही हैं। इसके लिए एथलेटिक ट्रैक बनाया जा रहा हे, जबकि वॉलीबाल कोर्ट भी तैयार है। इसके अलावा भी कुछ खेलों की व्यवस्था होगी। खेल व्यवस्थाएं पूरी होने के बाद इस जेल में बंदियों और कैदियों की टीमें बनाई जाएंगी। इन टीमों के बीच ही कंपीटिशन कराया जाएगा। इनके विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया जाएगा। इस के तहत 18 साल व इससे अधिक आयु वर्ग के कैदी अथवा बंदी इस में भाग ले सकते हैं। ----------- खेल विभाग करेगा सहयोग जेल प्रशासन द्वारा कैदियों के लिए खेल सुविधाएं जुटाने में खेल विभाग सहयोग करेगा। इसी को लेकर खेल विभाग के अधिकारियों व प्रशिक्षकों ने जेल परिसर का दौरा किया। यहां पर खेल व्यवस्थाओं को बनाने में क्या आवश्यकता है, उसको परखा। इसके साथ ही खेलों में भाग लेने वाले बंदियों व कैदियों को प्रशिक्षण भी देगा। ----------- फोटो नंबर :: 15 कैदियों व बंदियों के लिए जेल परिसर में ही खेलों की व्यवस्था की जा रही है। ट्रैक बनाया जा रहा है। जेल कैदियों व बंदियों की टीमें बनाकर उनमें कंपीटिशन कराया जाएगा। मकसद यह है कि ये लोग अपराध की दुनिया छोड़कर मुख्य धारा में शामिल हों। - लखबीर ¨सह, जेल अधीक्षक, अंबाला सेंट्रल जेल ----------- फोटो नंबर :: 14 सेंट्रल जेल परिसर का दौरा किया था और देखा कि वहां किन खेलों की व्यवस्था हो सकती है। खेल विभाग इन व्यवस्थाओं को दुरुस्त करवाने में मदद करेगा। जो भी आवश्यकता होगी खेल विभाग इस में पूरी मदद करेगा। - एन सत्यन, डीएसओ अंबाला