अंबाला जेल में कैदियों-बंदियों का नेटवर्क तगड़ा, पुराने जैमर जाम नहीं कर पा रहे मोबाइल

अंबाला सेंट्रल जेल में कैदियों से लगातार मोबाइल बरामद हो रहे हैं। जेल में लगे जैमर भी मोबाइल नेटवर्क को जाम नहीं कर पा रहे हैं। कैदियों और बंदियों के साथी गुप्त तरीके से जेल के अंदर मोबाइल फेंक रहे हैं। लगतार जेल से मोबाइल बरामद होना इसका प्रमाण है।

By Umesh KdhyaniEdited By: Publish:Mon, 03 May 2021 01:03 PM (IST) Updated:Mon, 03 May 2021 01:03 PM (IST)
अंबाला जेल में कैदियों-बंदियों का नेटवर्क तगड़ा, पुराने जैमर जाम नहीं कर पा रहे मोबाइल
अंबाला सेंट्रल जेल से जनवरी से अब तक 60 से अधिक मोबाइल बरामद हो चुके हैं।

अंबाला, जेएनएन। अंबाला की सेंट्रल जेल में कैदियों और बंदियोें का नेटवर्क तगड़ा है। इसलिए अंदर लगे जैमर उनका नेटवर्क जाम नहीं कर पा रहे। कैदी-बंदी गुप्त तरीके से फोन कर बाहरी साथियों से मोबाइल अंदर फेंकवा रहे हैं। इसका प्रमाण जेल के अंदर से कैदी-बंदियों से चेकिंग के दौरान मोबाइल, सिम और बैट्री मिलना है।

जनवरी से अब तक कैदियों व बंदियों से करीब 60 से अधिक मोबाइल बरामद किए जा चुके हैं। जेल प्रशासन ने इन मोबाइल को चेकिंग के दौरान या फिर जेल की दीवार के पास से बरामद किया है। वहीं दो मई को जेल के अंदर से हवालाती मुकेश यादव के बाद से मोबाइल बरामद हुआ है। जेल की विजिलेंस टीम ने हावालात से यह मोबाइल ब्लॉक सात से बरामद हुआ जब रूटीन की चेकिंग की जा रही थी। मामले में पुलिस ने आरोपित के खिलाफ केस दर्ज कर तफ्तीश आरंभ कर दी है।

इन राज्यों के कैदी व बंदी जेल में 

सेंट्रल जेल में हरियाणा के अलावा पंजाब, उत्तर प्रदेश, हिमाचल, उत्तराखंड, राजस्थान और दिल्ली के कैदी-बंदी हैं। सूत्रों के अनुसार सेंट्रल जेल में शातिर हवालाती फेसबुक, वाट्सएप से लेकर ट्विटर अकाउंट तक हैंडल कर रहे हैं। यह जेल की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन सकता है। क्योंकि जेल से सोशल नेटवर्क पर सक्रिय रहने वाले शातिर अपराधी सलाखों के पीछे से ही अपना नेटवर्क संचालित कर रहे हैं। ऐसे में जब कैदी-बंदी से मोबाइल बरामद होता है, तो जेल अधिकारी की ओर से साथ लगते थाना बलदेव नगर में आरोपित के खिलाफ केस दर्ज करवाया जाता है।

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