कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी, एंबुलेंस के लिए मिले छह वेंटिलेटर
कोरोना की तीसरी लहर जिला में आएगी अथवा नहीं इस पर तो अभी संशय है। सरकार स्वास्थ्य विभाग को मजबूत करने में जुटी है। जिला में 24 एंबुलेंस हैं अब छह के लिए पोर्टेबल वेंटिलेटर मिले हैं।
जागरण संवाददाता, पानीपत : कोरोना की तीसरी लहर जिला में आएगी अथवा नहीं, इस पर तो अभी संशय है। सरकार स्वास्थ्य विभाग को मजबूत करने में जुटी है। जिला में 24 एंबुलेंस हैं, अब छह के लिए पोर्टेबल वेंटिलेटर मिले हैं।
इसे एडवांस लाइफ सपोर्ट (एएलएस)एंबुलेंस की दिशा में बढ़ा एक कदम कहा जा सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मानकों के मुताबिक 60 हजार की जनसंख्या पर एक एंबुलेंस होनी चाहिए। जिला की जनसंख्या लगभग 13 लाख 54 हजार 198 है। इस हिसाब से स्वास्थ्य विभाग के पास 24 एंबुलेंस हो गई हैं। इनमें 10 पीटीएस (पेशेंट ट्रांसफर सपोर्ट), 13 बीएलएस (बेसिक लाइफ सपोर्ट), एक किलकारी शामिल है। विभाग को एएलएस एंबुलेंस की कमी खल रही है।
कंट्रोल रूम के फ्लीट मैनेजर ऋषिपाल ने बताया, छह पोर्टेबल वेंटिलेटर मिलने से गंभीर मरीजों को खानपुर व रोहतक शिफ्ट करने में मदद मिलेगी। इन एंबुलेंस में एसी, ईसीजी, सक्सन पंप, स्ट्रेचर, आक्सीमीटर और फर्स्ट एड किट जैसी सुविधाएं भी होंगी। सरकार ने मांगा निजी एंबुलेंस का डाटा
प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य विभाग से निजी एंबुलेंस का भी डाटा मांगा है। फ्लीट मैनेजर ने बताया कि कौन सा अस्पताल किस रोड पर स्थित है, उसके पास कितनी एंबुलेंस हैं, यह डिटेल मांगी गई है। कई ऐसे लोग भी हैं जिन्होंने एक या इससे अधिक एंबुलेंस बनाई हुई हैं, उनका डाटा भी भेजना है।