Pre Monsoon in Haryana: जून के पहले पखवाड़े में जमकर बरसे बदरा, दूसरे पखवाड़े में ऐसा रहेगा मौसम

हरियाणा में प्री मानसून ने दस्तक दे दी है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार मानसून भी अपने नियत समय पर पहुंच जाएगा। जून की बात करें तो हरियाणा में अब तक अच्छी बारिश हुई है। आने वाले 24 घंटों में बूंदाबांदी हो सकती है।

By Umesh KdhyaniEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 05:56 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 05:56 PM (IST)
Pre Monsoon in Haryana: जून के पहले पखवाड़े में जमकर बरसे बदरा, दूसरे पखवाड़े में ऐसा रहेगा मौसम
करनाल जिले में 2021 में अब तक 179.5 एमएम बरसात हो चुकी है।

करनाल, जेएनएन। जून माह में प्री मानसून की गतिविधियां शुरू हो गई हैं। पहला पखवाड़ा बीत रहा है, लेकिन बरसात के लिहाज से यह बेहतर साबित हुआ है। एक से 12 जून तक करनाल जिले में 75.1 एमएम बरसात दर्ज की जा चुकी है।

मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार अभी बरसात यानि प्री मानसून की गतिविधियां जारी रह सकती हैं। यानि दूसरे पखवाड़े में भी बरसात संभव है। दूसरे पखवाड़े में भी यदि अच्छी बरसात हुई तो यह किसानों के लिए किसी सोना बरसने से कम नहीं होगी। क्योंकि, इन दिनों धान रोपाई का काम तेजी से होता है और पानी की ज्यादा जरूरत है। वहीं तापमान का आंकलन किया जाए तो मई माह में लू नहीं चली। जून माह में भी महज चार से पांच दिन तक गर्मी देखने को मिली है। बरसात से मौसम बैलेंस हो गया है।

इस साल बरसात देती रही है राहत

वर्ष 2021 में किस माह कितनी हुई बरसात

माह                बरसात एमएम में

जनवरी                36.4

फरवरी                23.8

मार्च                4.0

अप्रैल                2.8

मई                37.4

12 जून तक       75.1                

कुल             179.5 एमएम

जून माह बरसात की महत्वता अधिक होती है, इसलिए पिछले 10 साल में बरसात की स्थिति जानिये

वर्ष               बरसात एमएम में

2011             148.3

2012                 नो ट्रेस

2013                 156.6

2014                 31.2

2015                 54.4

2016                 43.1

2017                 257.0

2018                 270.5

2019                 18.3

2020                 103.9

2021             75.1

(नोट : ये आंकड़े मौसम विभाग की ओर से जारी किए गए हैं।)

गर्मी अभी तक नहीं दिखा पाई है ज्यादा असर

गर्मी की शुरुआत मई में हो जाती है। लेकिन मई माह में लगातार सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभों के कारण तापमान सामान्य से नीचे रहा। मई माह में लू भी चलती है, लेकिन मई 2021 में मौसम सुहावना रहा है। जब भी गर्मी थोड़ी सी भी बढ़ी बरसात ने राहत दी है। जून माह के पहले 12 दिनों का विश्लेषण करें तो अभी तक इस माह में भी चार से पांच दिन ही ज्यादा गर्मी दर्ज हो पाई है। यानि जब तापमान 40.0 डिग्री से ऊपर गया हो। जबकि पिछले 10 सालों में अक्सर अधिक भीषण गर्मी व उमस लोगों को झेलनी पड़ी है।

जून में हर साल चरम पर गर्मी, पिछले 10 साल की स्थिति

वर्ष               अधिकतम तापमान

2011             39.4 डिग्री सेल्सियस

2012             45.2

2013             42.0

2014             46.0

2015             43.0

2016             42.2

2017             45.4

2018             42.0

2019             44.4

2020             39.5

9 जून 2021        42.1

(नोट : ये आंकड़े मौसम विभाग की ओर से जारी किए गए हैं।)

सात व नौ जून 2014 में हुई थी रिकॉर्ड गर्मी

पिछले 10 साल के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो सात व नौ जून 2014 को रिकार्ड तोड़ गर्मी हुई थी। अधिकतम तापमान 46.0 डिग्री तक पहुंच गया था। इस समय जिस प्रकार से मौसम की परिस्थितियां बनी हुई हैं, इस वर्ष भी तापमान 43.0 से 44.0 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है। वहीं 16 जून 2011 को सबसे कम 39.5 डिग्री तक ही तापमान गया था। उस दौरान पश्चिमी विक्षोभ के लगातार सक्रिय होने के कारण तापमान ज्यादा आगे नहीं बढ़ पाया था।

सही गति से आगे बढ़ रहा मानसून

मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले तीन से चार दिन में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी और उससे सटे ओडिशा और गंगा के ऊपर बना हुआ है। आने वाले तीन से चार दिनों के दौरान गुजरात के कच्छ क्षेत्र व राजस्थान की तरफ मानसून आगे बढ़ने की प्रबल संभावना है। जिस गति से मानसून आगे बढ़ रहा है, संभव है कि जुलाई माह के पहले सप्ताह में मानसून हरियाणा में दस्तक दे दे।

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