हरियाणा में धान रोपाई के अनुकूल बना मौसम, तैयारी में जुटा किसान
हरियाणा में प्री मानसून ने दस्तक दे दी है। ऐसे में धान रोपाई के लिए ये मौसम अनुकूल है। कुरुक्षेत्र जिले में करीब एक लाख हेक्टेयर में होगी धान की रोपाई। कई दिनों से खेतों में डटे हैं किसान।
कुरुक्षेत्र, जेेेेेेएनएन। पिछले करीब 10 दिनों से हर दूसरे दिन हो रही बूंदाबांदी से मौसम धान की रोपाई के अनुकूल बनने लगा है। हर दूसरे-तीसरे दिन हो रही बरसात से खेतों की मिट्टी पानी से तर हो गई है। खेत की मिट्टी के गिले होने पर अब किसानों को इन्हें धान रोपाई के लिए तैयार करना आसान हो गया है। इतना ही नहीं मौसम विभाग की ओर से 12 से 16 जून तक बरसात होने के अनुमान ने सोने पर सुहागा कर दिया है। अगर विभाग के अनुमान अनुसार बरसात होती है तो किसानों को खेतों में ट्यूबवैल से बहुत कम पानी लगाना पड़ेगा। पहले ही पानी से तर हुए खेत कम समय में पानी से लबालब हो जाएंगे। मौसम का मिजाज देखते हुए किसानों ने अपने ट्रैक्टर के साथ-साथ अपने अन्य कृषि उपकरणों को भी तैयार कर लिया है।
गौरतलब है कि कुरुक्षेत्र जिला भर में हर साल एक लाख 20 हजार हेक्टेयर के करीब क्षेत्र में धान की रोपाई होती है। प्रदेश सरकार के फैसले के अनुसार किसान 15 जून से पहले धान की रोपाई नहीं कर सकतेे। इसके साथ ही 15 मई से पहले पनीरी की बिजाई भी नहीं कर सकते। किसानों ने 15 मई के बाद-बाद पनीरी की बिजाई शुरू कर दी थी, जो अब करीब-करीब पूरी तरह से तैयार है। अब धान की रोपाई के लिए खेत तैयार होने की देर है। खेत के तैयार होते ही रोपाई का काम शुरू हो जाएगा। इस बार मौसम किसानों के लिए धान रोपाई में सबसे बड़ा मददगार बना हुआ है।
कई जगह शुरू भी हो गई रोपाई
पनीरी तैयार होने और अच्छी बरसात होेने पर कई जगहों पर नियमों की अनदेखी कर धान की रोपाई शुरू भी हो गई है। एक दिन पहले ही कृषि विभाग के अधिकारियों ने इस्माइलाबाद में समय से पहले रोपी गई धान की फसल को नष्ट करवाया है। विभाग की सख्ती को देखते हुए अब किसान 15 जून का इंतजार कर रहे हैं।
15 जून से पहले धान रोपाई करने पर होगी कार्रवाई
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक डा. प्रदीप मील ने बताया कि सरकार के आदेशानुसार किसान 15 जून से पहले धान की रोपाई नहीं कर सकता। ऐसा करने वाले किसानों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।