Powerlifting Player: छोटे भाई को कंधे पर उठा लेती थी राधिका, कोच ने पावर लिफ्टिंग करने की दी सलाह, बनी स्टेट चैंपियन
पानीपत की राधिका हुर्रिया ने हरियाणा पावर लिफ्टिंग बैंच प्रेस में स्वर्ण पदक जीता है। अब वह 55 किलोग्राम में 16 से 20 नवंबर को गोवा में होने वाली नेशनल पावर लिफ्टिंग बैंच प्रेस चैंपियनशिप में हरियाणा का प्रतिनिधित्व करेगी।
पानीपत, जागरण संवाददाता। पानीपत के माडल टाउन की 13 वर्षीय राधिका हुर्रिया ने पानीपत में रविवार को हुई हरियाणा पावर लिफ्टिंग बैंच प्रेस में स्वर्ण पदक जीता है। चैंपियन बनने की कहानी भी दिलचस्प है। राधिका ने एक दिन 11 वर्षीय छोटे भाई केशव को कंधे पर उठा लिया। मां डा. मंजू हुर्रिया को उसकी ताकत देख हैरान हो गईं। तुरंत बेटी को वेट लिफ्टिंग के लिए शिवाजी स्टेडियम में कोच मीनाक्षी शर्मा के पास भेजा दिया। कड़ा अभ्यास कर दो महीने में राधिका ने जिला स्तर पर हुए वेट लिफ्टिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीत लिया। इसके बाद हौसला बढ़ा और सफलता हासिल करती चली गई। अब वह 55 किलोग्राम में 16 से 20 नवंबर को गोवा में होने वाली नेशनल पावर लिफ्टिंग बैंच प्रेस चैंपियनशिप में हरियाणा का प्रतिनिधित्व करेगी।
बाल विकास स्कूल की आठवीं कक्षा की छात्रा राधिका ने बताया कि कोरोना काल में स्कूल जाना बंद हो गया था। घर पर ही आनलाइन क्लास लगाती थी। मोबाइल फोन में ज्यादा समय व्यतीत हो रहा था। वजन बढ़ गया था। मां ने खेलने के लिए भेजा। कुछ दिन वेट उठाने में अटपटा लगा। पहला पदक जीतने पर खुशी हुई और फिर खेल में मन लग गया।
थकावट होने पर मां करती हैं रिलेक्स
राधिका बताती हैं कि मां डा. मंजू रोटरी क्लब में फीजियोथैरेपिस्ट हैं। पिता यश का मेडिकल स्टोर हैं। वह सुबह-शाम तीन-तीन घंटे अभ्यास करती हैं। इससे शरीर में थकावट हो जाती है। घर जाने पर मां मालिश कर शरीर को रिलेक्श कर देती हैं। इससे सारी थकावट दूर हो जाती है। पिता का भी पूरा सहयोग है। वह खेलने के बाद पढ़ाई पर भी ध्यान देती है।
राधिका नेशनल में पदक जीतेगी
कोच मीनाक्षी शर्मा ने बताया कि अभ्यास के दौरान जो तकनीक बताई जाती है। राधिका उसका अनुसरण करती है। प्रत्येक दिन कड़ा अभ्यास करती है। अच्छी तैयारी चल रही है। नेशनल प्रतियोगिता में भी राधिका स्वर्ण पदक जीतेगी।