उद्योगों में बिजली का फिक्स चार्ज व बैंक लोन का ब्याज माफ हो

टेक्सटाइल उद्यमियों ने डोर-टू-डोर उद्योगों में जाकर श्रमिकों को कोरोना से बचाव के लिए जागरूक किया और लोगों को वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित किया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 05:50 AM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 05:50 AM (IST)
उद्योगों में बिजली का फिक्स चार्ज व बैंक लोन का ब्याज माफ  हो
उद्योगों में बिजली का फिक्स चार्ज व बैंक लोन का ब्याज माफ हो

जागरण संवाददाता, पानीपत : टेक्सटाइल उद्यमियों ने डोर-टू-डोर उद्योगों में जाकर श्रमिकों को वैक्सीन लगाने की मांग की। साथ ही लॉकडाउन के दौरान बिजली कनेक्शन पर फिक्स चार्ज माफ करने की मांग भी रखी। वीरवार को सनौली रोड पर रामायणी चौक स्थित एक सामाजिक संगठन के कार्यालय में इंडस्ट्रियल एसोसिएशन व एसडी कालेज रोड स्थित गुरुनानक मार्केट के पदाधिकारियों की बैठक में यह मांग की गई।

बैठक में औद्योगिक संगठनों के पदाधिकारियों ने जिला प्रशासन से पानीपत की सभी फैक्ट्रियों में कार्यरत श्रमिकों को डोर टू डोर कोरोना वैक्सीन लगवाने की मांग की गई ताकि श्रमिकों को कोरोना महामारी से बचाया जा सके। हरियाणा व्यापार मंडल युवा के प्रदेश अध्यक्ष उद्यमी राकेश चुघ ने कहा कि कोरोना व अन्य कई कारणों के चलते पहले ही पानीपत से करीब 60 फीसद श्रमिक उप्र, बंगाल, बिहार आदि राज्यों में अपने घर जा चुके हैं। अभी तकरीबन 40 फीसद ही श्रमिक पानीपत में है। हालांकि कोरोना की वजह से मंदी के चलते पहले ही टेक्सटाइल के घरेलू कारोबार वाली ज्यादातर फैक्ट्रियों में काम नाममात्र है और यदि अब श्रमिकों को वैक्सीन नहीं लगी तो इनमें से भी अनेक श्रमिक पलायन कर सकते हैं। कोरोना वैक्सीन लगने से जहां श्रमिकों का भय कम होगा वहीं वे इस महामारी से भी बचे रह सकते हैं।

उद्यमियों ने कहा कि श्रमिकों को वैक्सीन को लगवाने को लेकर रजिस्ट्रेशन आदि का चक्कर समाप्त किया जाए। उनको सीधे फैक्ट्रियों में जाकर वैक्सीन लगाई जाए। कारोबारियों ने कहा कि लॉकडाउन के चलते फैक्ट्रियां व दुकानें बंद हैं। सभी कारोबारियों को आर्थिक रूप से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बैकों के लोन व लिमिट के ब्याज में छूट दी जाए और बिजली निगम द्वारा उद्यमियों से बिजली के कनेक्शनों पर जो फिक्स चार्ज लिया जाता है, उसे भी माफ किया जाए। उद्यमियों ने कहा की हालांकि सरकार ने लॉकडाउन में फैक्ट्रियां चालू रखने को कहा है लेकिन जब काम ही नहीं है तो फैक्ट्रियां कहां से चल पाएंगी। जब कोरोना के चलते हरियाणा सहित देश के कई राज्यों में लॉकडाउन है तो हैंडलूम कारोबार के ऑर्डर नहीं हैं। देशभर से पानीपत के उद्यमियों के कई हजार करोड़ रुपये की पेमेंट कोरोना के कारण फंसी है। बैठक में उद्यमी श्याम सचदेवा, त्रिलोचन सेठी, हरजिद्र सिंह, जयदयाल, सुजान सिंह व हरीश काठपाल मौजूद रहे।

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