प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की छापेमारी, कारद में चलती फैक्ट्री सील

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीमों ने दूसरे दिन भी उद्योगों पर छापेमारी की। छापेमारी में कारद गांव में इंडो भूटान कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी चलती मिली। बोर्ड की टीम ने फैक्ट्री को सील कर दिया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 07:40 PM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 07:40 PM (IST)
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की छापेमारी, कारद में चलती फैक्ट्री सील
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की छापेमारी, कारद में चलती फैक्ट्री सील

जागरण संवाददाता, पानीपत : प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीमों ने दूसरे दिन भी उद्योगों पर छापेमारी की। छापेमारी में कारद गांव में इंडो भूटान कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी चलती मिली। बोर्ड की टीम ने फैक्ट्री को सील कर दिया। सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार एनसीआर में कोयले पर चलने वाले उद्योगों पर दो दिन प्रतिबंध लागू है। पांच दिन ही उद्योग चल पाएंगे। जो ब्वायलर उद्योग कोयले व अन्य वेस्ट से चलते हैं उन्हें सप्ताह में पांच दिनों में आठ घंटे चलने की अनुमति है। पीएनजी गैस पर चलने वाले उद्योगों को ही 24 घंटे चलने की अनुमति है।

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की अलग-अलग टीमों ने गांव डाहर, बलाना, इसराना, शाहपुर, परढ़ाना, बबैल, जलपाड़, ओल्ड इंडस्ट्रियल एरिया, आसन, थिराना, सनौली रोड पर लगे उद्योगों पर छापेमारी की गई। कारद में ही राखी से ईंट बनाने वाले फैक्ट्री को चलते पाया गया। आज 9 से 5 ही चलेंगे कोयला बेस उद्योग

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने पब्लिक नोटिस जारी कर कहा है कि सोमवार को कोयला बेस उद्योग 9 से शाम पांच बजे तक ही चल सकते हैं। पीएनजी आधारित उद्योगों को 24 घंटे चलाया जा सकता है। जिले में बड़े उद्योगों ने पीएनजी के लिए अप्लाइ तो किया है, लेकिन वे चल नहीं पा रहे हैं।

एक दिन पहले शनिवार को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने छापेमारी कर 15 बड़े उद्योगों का निरीक्षण किया था। सेक्टर 28 पार्ट दो में टाइटल प्राडक्ट यूनिट को चलते हुए पाया गया था उसे सील कर दिया गया। इस पर दो दिन में 40 से अधिक उद्योगों पर छापेमारी की जा चुकी है। दो उद्योगों की सील किया गया। छापेमारी अभी जारी रहेगी। उद्यमी कल मिलेंगे सीएम से

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की कार्रवाई को लेकर पानीपत इंडस्ट्रीज एसोसिएशन मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिलकर अपना समस्या रखेगी। बोर्ड की कार्रवाई से निर्यात उद्योग प्रभावित हो रहा है। कोविड के बाद मुश्किल से उद्योग पटरी पर आना शुरू हुए हैं। अब प्रदूषण के नाम पर इन्हें तंग किया जा रहा है। एनसीआर में होने के कारण पानीपत में उद्योगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। जबकि पानीपत में वायु गुणवत्ता स्तर 200 अंक से नीचे चल रहा है। रविवार को पीएम 2.5 का स्तर 101 रहा। जनरेटर के साथ ईंट भट्ठों के चलाने पर भी प्रतिबंध

जनरेटर चलाने के साथ ही ईंट भट्ठा उद्योगों पर भी प्रतिबंध लागू है। जनरेट से आपातकाल अस्पताल आदि को छोड़कर अन्य उद्योग, शोरूम चलाने पर प्रतिबंध लागू है।

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