पुलिसकर्मियों ने मां-बेटी से की हाथापाई, 24 घंटे बाद भी एसएचओ को मालूम नहीं मामला
करनाल पुलिस कैसे काम कर रही है। यह घटना इसका एक उदाहरण भर हो सकती है। हांसी चौक पर रविवार की सुबह कुछ पुलिस कर्मियों ने मां-बेटी के साथ मारपीट की। मामला सीसीटीवी में कैद हो गया। जिसकी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। लगभग सभी समचार पत्रों ने इस न्यूज को प्रमुखता से प्रकाशित किया। इसके बाद भी क्षेत्र के एसएचओ मोहन लाल को पुलिसकर्मियों के इस व्यवहार की जानकारी नहीं है।
जागरण न्यूज नेटवर्क, पानीपत : करनाल पुलिस कैसे काम कर रही है। यह घटना इसका एक उदाहरण भर हो सकती है। हांसी चौक पर रविवार की सुबह कुछ पुलिस कर्मियों ने मां-बेटी के साथ मारपीट की। मामला सीसीटीवी में कैद हो गया। जिसकी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। लगभग सभी समचार पत्रों ने इस न्यूज को प्रमुखता से प्रकाशित किया। इसके बाद भी क्षेत्र के एसएचओ मोहन लाल को पुलिसकर्मियों के इस व्यवहार की जानकारी नहीं है।
जागरण ने जब एसएचओ से जब इस घटना में आरोपित पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही की जानकारी चाही तो उन्होंने छूटते ही पूछा, क्या हुआ था। मुझे तो जानकारी ही नहीं है। इधर, पीड़िता ने बताया कि हमें तो पहले ही पता था, पुलिस हमारे साथ नाइंसाफी करेगी। इसलिए अब उन्होंने मामला राष्ट्रीय महिला आयोग व राज्य महिला आयोग में ले जाने का निर्णय लिया है। मंगलवार को आयोग की अध्यक्ष को शिकायत सौंपी जाएगी। इसके साथ ही सीएम ¨वडो पर भी गुहार लगाए जाएगी।
ये है घटना
सोमवार को हांसी चौक पर फूल विक्रेता सोमपाल पर दर्ज छेड़खानी के मामले में उसे उठाने गई थी। 30 जून को हांसी चौक स्थित एक फूल विक्रेता सोमपाल पर पड़ोसी दुकानदार ने हमला बोल दिया था। सोमपाल ने इसकी शिकायत सदर पुलिस चौकी को दी थी। इससे ठीक पहले पड़ोसी दुकानदार ने विक्रेता के खिलाफ बीवी के साथ छेड़छाड़ का मामला दर्ज करा दिया, जबकि सोमपाल की शिकायत पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। रविवार को जिप्सी में सवार करीब छह पुलिसकर्मी हांसी चौक पर पहुंचे और फूल विक्रेता के भाई को उठाने लगे। ऐसे में दुकान मालिक सुशीला आजाद और उसकी बेटी ने जब पुलिस को रोकने की कोशिश की तो पुलिस उनके साथ हाथापाई पर उतर आई।
जानवरों की तरह किया था हमसे सलूक : सुशीला
सुशीला का कहना है कि मैंने अपनी जगह फूल विक्रेता को किराये पर दी हुई है। उनके साथ पहले ही नाइंसाफी हो रही है। जब पुलिस आई तो उनसे बातचीत की गई तो वह गलत व्यवहार पर उतर आए। कुछ ही देर में पुलिस ने तमाम हदें पार करते हुए हाथापाई भी शुरू कर दी। मेरी व मेरी बेटी के साथ जानवरों की तरह सलूक किया गया।
मेरे पास पहुंच चुकी है सीसीटीवी फुटेज : नम्रता गौड
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष नम्रता गौड़ ने कहा कि मेरे पास सीसीटीवी की फुटेज पहुंच चुकी है। महिला के साथ अमानवीय व्यवहार कतई मंजूर नहीं है। पुलिस यदि किसी आरोपित को गिरफ्तार करने भी गई थी तो साथ में महिला पुलिस को होना जरूरी था। इस मामले की जांच के लिए वह करनाल आएंगी।