अंबाला में शराब माफिया पर हावी पुलिस, तीन गोदामों से पकड़ी शराब, आबकारी विभाग सुस्त

अंबाला में शराब माफिया पर पुलिस जहां हावी होती जा रही हैं वहीं आबकारी विभाग के अफसर सुस्त हैं। मंडोर गांव से जहां शराब के दो गोदाम पकड़े गए हैं जबकि यहां से शराब की गुजरात तक तस्करी की जाती रही है।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Mon, 28 Sep 2020 12:00 PM (IST) Updated:Mon, 28 Sep 2020 12:00 PM (IST)
अंबाला में शराब माफिया पर हावी पुलिस, तीन गोदामों से पकड़ी शराब, आबकारी विभाग सुस्त
आबकारी विभाग की नाक के नीचे चलता रहा शराब तस्करी का खेल

अंबाला, जेएनएन। अंबाला में शराब माफिया पर पुलिस जहां हावी होती जा रही हैं, वहीं आबकारी विभाग के अफसर सुस्त हैं। मंडोर गांव से जहां शराब के दो गोदाम पकड़े गए हैं, जबकि यहां से शराब की गुजरात तक तस्करी की जाती रही है। अब इसी को लेकर पुलिस ने गांव तसिंबली में भी शराब का भारी स्टॉक बरामद हुआ है। यह शराब अवैध या नहीं इस पर अभी माथापच्ची की जा रही है।

करीब 700 पेटी अवैध शराब बरामद हाे चुकी है, जबकि इसका रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। यह शराब गांव में बने शराब ठेके के पास गोदाम से मिली है। बीते कुछ दिनों में यह मामले सामने आए हैं, जिसने आबकारी विभाग की कार्यशैली को कटघरे में खड़ा कर दिया है।

उल्लेखनीय है कि सबसे पहले गांव मंडोर से शराब के दो गोदाम पकड़े थे, जहां से गुजरात में तस्करी की जाती रही। इस में जहां भारी मात्रा में शराब बरामद हुई, वहीं खाली ड्रम, जिसमें शराब रखी जाती थी, भी मिले। इसी तरह नकली रम बनाने का भी भंडाफोड़ हुआ था। इस मामले में शराब कारोबारी प्रदीप मित्तल की भागीदारी भी सामने आई, जबकि एक गोदाम को निखिल पटेल के नाम लिया गया, जो जांच में फर्जी पाया गया। इसी तरह अब गांव तसिंबली में शराब ठेके के पास एक गोदाम मिला है, जिसमें सात सौ पेटी शराब बरामद हुई है। शराब की यह सात सौ पेटी वैध है या अवैध इस पर अभी माथापच्ची की जा रही है।

यह दोनों मामले आबकारी विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रहे हैं। शराब तस्करी का खेल बड़े पैमाने पर चलता रहा है और आबकारी विभाग को भनक तक नहीं लगी। इन मामलों में आबकारी विभाग के अफसरों की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। दूसरी ओर प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज ने भी साफ कर दिया है कि इस मामले में चाहे जो भी लिप्त हो, उसे बख्शा न जाए।

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