कैथल में पहुंचने पर रजत पहलवान का खिलाड़ियों ने किया स्वागत, जानें संघर्ष की कहानी
अखाड़ा संचालक कृष्ण सैनी पहलवान ने बताया कि रजत पहलवान की इस उपलब्धि से न केवल गांव कसान में बल्कि कैथल वासियों में भी खुशी का माहौल बना हुआ है। रजत ने इस प्रतियोगिता में अव्वल स्थान प्राप्त करते हुए अखाड़ा का नाम रोशन किया है।
जागरण संवाददाता, कैथल। करनाल जिले के गांव अमीपुर में 18 अक्टूबर को आयोजित हुए राष्ट्रीय कुश्ती दंगल में जिले के गांव कसान निवासी रजत पहलवान ने फाइनल मुकाबला जीत कर न केवल गांव का बल्कि पूरे जिले व प्रदेश का नाम रोशन किया। पहलवान रजत ने इस मुकाबले में दिल्ली के भारत केसरी मोनू पहलवान को हरा कर भारत मल केसरी का खिताब जीता। रजत पहलवान को इनाम में एक घोड़ी व 5100 रुपये जीते हैं।
दिल्ली के भारत केसरी मोनू पहलवान को हरा जीता अखाड़ा
जानकारी के अनुसार पहलवान रजत लघु सचिवालय के नजदीक स्थित जय हनुमान अखाड़ा में कुश्ती का प्रशिक्षण ले रहे हैं, पिछले सात सालों से यहां कुश्ती के गुर सिख रहा है। रजत ने इस दंगल में विजयी होने पर अपने खेल प्रशिक्षकों, परिवार व साथी खिलाड़ियों को श्रेय दिया। रजत ने इससे पहले हिमाचल प्रदेश के भूना, पंजाब के पटियाला में आयोजित हुए कुश्ती दंगल में भी बेहतर प्रदर्शन किया है।
करनाल के अमीपुर में आयोजित हुआ कुश्ती दंगल
अखाड़ा संचालक कृष्ण सैनी पहलवान ने बताया कि रजत पहलवान की इस उपलब्धि से न केवल गांव कसान में बल्कि कैथल वासियों में भी खुशी का माहौल बना हुआ है। रजत ने इस प्रतियोगिता में अव्वल स्थान प्राप्त करते हुए अखाड़ा का नाम रोशन किया है। वहीं रजत की इस उपलब्धि से दूसरे खिलाड़ियों का भी हौंसला बढ़ेगा और वह आगामी प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता में हरियाणा सहित दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पंजाब के कई पहलवानों ने शिरकत की।
ये लोग रहे मौजूद
विजेता पहलवान के दादा राजौंद ब्लाक समिति के पूर्व चेयरमैन हजारी सिंह, पिता राजबीर सिंह ने भी खुशी हाजिर की है। विजेता पहलवान के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में हरिसिंह सैनी, दीपा, रिंकू पहलवान, मनोज देवीगढ़, विजय सैनी, गुरजीत, मीता, सागर, जानी, नरेश, कृष्ण देवबन, रघुबीर सिंह व रामदिया मौजूद थे।