पानीपत में बीफ के शक में पकड़ी पिकअंप, अंदर से निकला आठ क्विंटल मीट
गाड़ी रुकवाने के इशारे पर पिकअप के चालक ने रफ्तार बढ़ा दी। गोभक्त अमरदीप ने बाइक से पीछा कर दिया। करीब तीन किलोमीटर दूर जाकर गाड़ी चालक को पकड़ लिया गया। इस दौरान अमरदीप को चोट भी लग गई।
पानीपत, जेएनएन। एक बछड़े का इलाज कराने पहुंचे गोभक्तों ने एक गाड़ी में मोटा मीट भरकर ले जा रहे ड्राइवर को पकड़ लिया। इस गाड़ी का पीछा करते हुए एक गोभक्त घायल भी हो गया। सिविल अस्पताल में जब मीट लाया गया तो डाक्टरों ने इसे खाने लायक नहीं बताया। इस मीट को दफनाने की सलाह दी। यह भैंस का मीट था। कैराना से पानीपत मीट लेकर आ रहे लोगों के पास कोई लाइसेंस नहीं था।
बेसहारा गोवंश संगठन को सूचना मिली थी कि पानीपत के सेक्टर 29 में एक बछड़ा घायल पड़ा है। संगठन के सदस्य उसका इलाज कराने के लिए सेक्टर में पहुंचे। सुभाष आर्य, अमरदीप, देवेंद्र, सर्वेश अभी इस बछड़े को लेकर जा ही रहे थे कि इन्होंने एक पिकअप देखी। इस पर नंबर प्लेट नहीं थी। इन्हें शक हुआ तो गाड़ी रोकने का निर्देश दिया। पिकअप के चालक ने गाड़ी रोकने की बजाय इसकी रफ्तार बढ़ा दी।
बाइक से पीछा किया
अमरदीप से बाइक से पीछा कर दिया। करीब तीन किलोमीटर दूर जाकर गाड़ी चालक को पकड़ लिया गया। इस दौरान अमरदीप को चोट भी लग गई। गाड़ी में आठ क्विंटल मोटा मीट बरामद हुआ। गोवंश की आशंका थी। बाद में पता चला कि ये भैंस का मीट है।
गोसअली, इमाम मुहल्ले में करना था सप्लाई
गाड़ी के ड्राइवर आसिफ ने बताया कि ये मीट पानीपत के गोस अली और इमाम मुहल्ले में सप्लाई करना था। वह कैराना से भैंस का मीट लेकर आया है। उसके साथ इदरिश, महरोज, पप्पू काम करते हैं। गोभक्तों ने जब उससे कोई पर्ची, लाइसेंस मांगा तो वो कोई दस्तावेज नहीं दिखा सका।