निजी स्कूल छोड़ सरकारी स्कूल में दाखिला लेने वाले बच्चों का एसएलसी दिखा रहा पेंडिंग
निजी स्कूल छोड़ सरकारी स्कूल में दाखिला लेने वाले बच्चों की मुसीबत कम नहीं हो रही। सरकारी आदेश के बावजूद अभी तक स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट पेंडिंग दिखा रहा है। सरकारी स्कूल में बच्चों का दाखिला लेने पर एसएलसी की दी हुई है छूट।
जींद, जेेेेेेएनएन। प्रदेश भर में सरकारी स्कूलों में दाखिले को लेकर अभियान जोर-शोर से चलाया जा रहा है। निजी स्कूलों को छाेड़कर सरकारी स्कूल में आने वाले बच्चों का दाखिला बिना एसएलसी (स्कूल लिविंग सर्टिफिकेट) के ही किए जाने के सरकार के आदेश हैं लेकिन निजी स्कूल से सरकारी स्कूल में दाखिला के लिए बच्चों के दस्तावेज आनलाइन पोर्टल पर डाले जाते हैं तो एसएलसी पेंडिंग दिखा रहा है। इससे अभिभावकों में दुविधा की स्थिति बनी हुई है।
बताते चलें कि अगर कोई विद्यार्थी निजी स्कूल से सरकारी स्कूल में दाखिला लेना चाहता है और उसे स्कूल लिविंग सर्टिफिकेट नहीं दिया जाता तो भी उसका दाखिला हो जाएगा। निजी स्कूलों द्वारा एसएलसी देने में आनाकानी को देखते हुए सरकार ने यह निर्णय लिया है।
पोर्टल पर दिखा रहा है एसएलसी पेंडिंग
सरकारी स्कूलों में छात्र संख्या बढ़ाने के लिए प्रवेश उत्सव कार्यक्रम चला हुआ है। सरकारी स्कूलों के अध्यापक बच्चों का दाखिला करने के लिए जुटे हैं। हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के प्रवक्ता भूप सिंह वर्मा ने बताया कि दाखिले के लिए जो भी जरूरी दस्तावेज हैं, उसे पोर्टल पर अपलोड किया जा रहा है लेकिन जब एसएलसी की बात आती है तो वो पेंडिंग दिखाता है। ऐसे में संश्य रह रहा है कि बच्चे का दाखिला हुआ है या नहीं। शिक्षा विभाग को इस बारे में जल्द कोई ठोस निर्णय लेना चाहिए ताकि बच्चों का भविष्य खराब न हो।
विभागीय दिशा-निर्देशों पर किए जा रहे दाखिले : सुशील जैन
खंड शिक्षा अधिकारी सुशील जैन ने बताया कि दाखिला पोर्टल पर एसएलसी पेंडिंग दिखा रहा है। फीस मामले को लेकर अभी मामला उच्च न्यायालय में लंबित हैं। विभागीय दिशा-निर्देशों पर सरकारी स्कूलों में दाखिले किए जा रहे हैं। भविष्य में एसएलसी को लेकर जो भी दिशा-निर्देश मिलेंगे, उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी। एसएलसी पेंडिंग के बारे में उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया गया है।