Kurukshetra waterlogging: प्रशासन के दावों की पोल खोलती तस्वीरें, पानी में डूबा ठोल स्वास्थ्य केंद्र, ओपीडी शुरू ना होने कारण मरीजों को हुई परेशानी

कुरुक्षेत्र में हुई बारिश से शहर में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई। वहीं इस्माईलाबाद के ठोल स्वास्थ्य केंद्र पानी भर जाने से मरीजों खासी परेशाना का सामना करना पड़ा। जानकारी के अनुसार रोजना 100 से अधिक मरीज इस स्वास्थ्य केंद्र में आते है।

By Naveen DalalEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 12:52 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 12:52 PM (IST)
Kurukshetra waterlogging: प्रशासन के दावों की पोल खोलती तस्वीरें, पानी में डूबा ठोल स्वास्थ्य केंद्र, ओपीडी शुरू ना होने कारण मरीजों को हुई परेशानी
कुरुक्षेत्र के इस्माईलाबाद के स्वास्थ्य केंद्र में घुसा पानी।

कुरुक्षेत्र/इस्माईलाबाद, जागरण संवाददाता। कुरुक्षेत्र के इस्माईलबाद के आसपास देर रात तक 140 एमएम बारिश दर्ज की गई। इस बारिश में गांव ठोल पीएचसी के भीतर तीन-तीन फुट पानी घुस गया। जिसकी वीडियो वायरल हो गई। पानी इतना ज्यादा था कि पीएचसी का ऐसा कोई कमरा नहीं बचा जिसमें पानी न गया हो। इस वजह से शुक्रवार को ओपीडी शुरू नहीं हो पाई। वहीं पीएचसी में रखे रिकार्ड को भी नुकसान हुआ है। शुक्रवार को पीएचसी प्रशासन पानी निकालने में जुटा रहा और सफाई अभियान चलाया गया।

रोजना 100 अधिक मरीजों की होती थी जांच

पीएचसी में रोजाना 100 से ज्यादा मरीजों की जांच होती है। मगर वीरवार को हुई मूसलाधार बारिश की वजह से शुक्रवार को भी पीएचसी में पानी घुस रहा। छुट्टी के बाद स्टाफ जब पीएचसी में पहुंचा तो जलभराव देखकर हैरान रह गया। ओपीडी, सैंपल कलेक्शन सेंटर और तमाम इमारत के हर कमरे में तीन-तीन फुट पानी घुसा हुआ था। स्टाफ ने आते ही इसकी सूचना उच्च अधिकारियों को दी। इसके बाद चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी से लेकर चिकित्सक तक सफाई करने में जुट गए।

रिकार्ड को कोई नुकसान तो नहीं हुआ इसके लिए जांच की जा रही : मनिन्दर

डा. मनिन्दर सिंह ने बताया कि वीरवार को छुट्टी थी इसलिए पीएचसी नहीं खुली। पीएचसी में तीन तीन फुट पानी घुस गया था। अभी पीएचसी की सफाई की जा रही है। पीएचसी में रखे रिकार्ड को कोई नुकसान तो नहीं हुआ इसकी भी जांच की जा रही है। गांव ठोल में पीएचसी गांव के दूसरे इलाकों से चार से पांच फुट नीचे है।

इस वजह से न केवल बारिश के दिनों में बल्कि सामान्य दिनों में भी गांव का गंदा पानी पीएचसी में घुस जाता है। इसलिए पहले ही रिकार्ड व दूसरे सामान को पहले ही ऊपर रखा जाता है। लेकिन इस बार बारिश कुछ ज्यादा ही हुई, जिससे पीएचसी में ज्यादा पानी घुस गया है। इसको लेकर पीडब्ल्यूडी को इस समस्या से निकालने के लिए प्रपोजल भी भेजा हुआ है।

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