पानीपत में मरीजों की सांसों पर खतरा, चोरों ने दो बार तोड़कर आक्सीजन पाइप चोरी

पानीपत के सिविल अस्‍पताल में मरीजों की सांसों में खतरा है। यहां पर आक्‍सीजन रिफलिंग टैंक लगा है। इसके सप्‍लाई पाप को चोर पांच महीनों में दो बार तोड़कर चोरी कर ले गए हैं। अस्‍पताल में पुलिस पोस्‍ट के बावजूद वारदात को अंजाम दे रहे चोर।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 05:37 PM (IST) Updated:Thu, 02 Dec 2021 05:37 PM (IST)
पानीपत में मरीजों की सांसों पर खतरा, चोरों ने दो बार तोड़कर आक्सीजन पाइप चोरी
पानीपत के सिविल अस्‍पताल के आक्‍सीजन प्‍लांट से पाइप चोरी।

पानीपत, जागरण संवाददाता। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही स्पेशल न्यू बोर्न चाइल्ड केयर यूनिट(एसएनसीयू), इमरजेंसी वार्ड में भर्ती मरीजों की सांसों पर कभी भी भारी पड़ सकती है। सिविल अस्पताल में 6000 लीटर का आक्सीजन रिफलिंग टैंक लगा हुआ है। इसके सप्लाई पाइप (तांबा निर्मित) को चोर पांच महीनों में दो बार तोड़कर चोरी कर चुके हैं। आनन-फानन मरीजों, खासकर प्री-मेच्योर नवजातों को सिलेंडर से आक्सीजन देते हैं।

दरअसल, पीडब्ल्यूडी ने कई वर्ष पहले आक्सीजन रिफलिंग टैंक स्थापित कर सिविल अस्पताल प्रशासन को सौंपा था। सुरक्षा के नाम पर न तो पर्याप्त बाउंड्री वाल है और न ही गार्ड्स की ड्यूटी रहती है। लोहे के तार वाली जाली से इसे चारों ओर से कवर किया हुआ है। 28 नवंबर को दो चोर यहां पहुंचे और कापर का पाइप, पीतल का प्रेशर गेज और तीन वाल्व चोरी कर लिए थे। आक्सीजन की सप्लाई अचानक टूटी को कर्मचारी दोड़ते हुए टैंक के पास पहुंचे। एक चोर को पकड़कर पुलिस को सौंपा गया, दूसरा फरार हो गया। घटना के समय एसएनसीयू में 20 नवजात दाखिल थे। आनन-फानन चंद मिनट के भीतर सिलेंडर से आक्सीजन सप्लाई शुरू की गई। आक्सीजन की आपूर्ति में 10-15 मिनट की देरी हो जाती तो कुछ नवजात की जान जा सकती थी।

चोरी हुए पाइप की कीमत करीब 30 हजार रुपये बताई गई है। घटना के अगले दिन भी चोर यहां पहुंचे लेकिन चोरी में कामयाब नहीं हुए। इससे पहले 20 जुलाई को भी चोरों ने आक्सीजन सप्लाई पाइप चोरी कर मरीजों की सांसों को खतरे में डाल दिया था।

चोर ने चाकू मारने का किया प्रयास

अस्पताल के तकनीशियन ने बताया कि वह चोर के पीछे दौड़ा था, एक को पकड़ा गया था। एक चोर ने उसे चाकू मारने की कोशिश की, वह बच गया। वह तीन बार रिफलिंग टैंक की सुरक्षा के लिए प्रिंसिपल मेडिकल आफिसर कार्यालय को पत्र लिख चुका है। जब तक शेड या बाउंड्री वाल नहीं बनती, 24 घंटे सुरक्षा गार्ड लगने चाहिए।

बनेगा टिन शेड 

अस्पताल के डिप्टी एमएस डा. अमित पोरिया ने जागरण को बताया कि टैंक को कवर करता हुआ टिन शेड बनवाया जाएगा। सुरक्षा के लिए सभी उपाय किए जाएंगे। गार्ड्स व कर्मचारियों को भी निगरानी के निर्देश दिए गए हैं।

पुलिस पोस्ट किस काम की 

सिविल अस्पताल में पुलिस पोस्ट भी बनी है। इसके बावजूद अस्पताल के अंदर और परिसर में चोरी की घटनाएं हो रही हैं। अनेक बार शौचालयों की टाेंटियां चोरी हो चुकी हैं। दोपहिया वाहन चोरी होते रहे हैं। आक्सीजन टैंक का पाइप चोरी होने से तो मरीजों की जान पर बन जाती है।

बिजली ठप होने से हुई थी एक बच्चे की मौत

25 जून 2018 को बिजली के कारण एसएनसीयू के तीनों एसी खराब हो गए थे। अन्य मशीनें भी ठप हो गईं थी। एसएनसीयू में लगे वार्मर बंद करने पड़े थे। 23 शिशुओं को एसएनसीयू से बाहर निकालकर बरामदे में कूलर की हवा में लिटाया गया था। पांच बच्चों को रेफर किया था, इनमें एक की एंबुलेंस में ही मौत हो गई थी।

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