33 हजार करोड़ से होगा रिफाइनरी का विस्तार, प्रति वर्ष ढाई करोड़ टन हो जाएगी शोधन क्षमता

इंडियन ऑयल मुख्य कार्यालय दिल्ली के एक उच्च अधिकारी ने बताया कि जल्द ही पानीपत रिफाइनरी के विस्तार का कार्य शुरू हो जाएगा। इस परियोजना काे सितंबर 2024 तक पूरा करना है । उन्होंने बताया कि इंडियन ऑयल की पानीपत रिफाइनरी सातवीं रिफाइनरी है ।

By Umesh KdhyaniEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 09:22 AM (IST) Updated:Sun, 28 Feb 2021 09:22 AM (IST)
33 हजार करोड़ से होगा रिफाइनरी का विस्तार, प्रति वर्ष ढाई करोड़ टन हो जाएगी शोधन क्षमता
इंडियन ऑयल बोर्ड ने पानीपत रिफाइनरी के विस्तार की परियोजना को हरी झंडी दे दी है ।

पानीपत, जेएनएन। इंडियन ऑयल बोर्ड ने पानीपत रिफाइनरी के विस्तार की परियोजना को हरी झंडी दे दी है । पानीपत रिफाइनरी के विस्तार पर लगभग 33 हजार करोड रुपये खर्च होंगे। पानीपत रिफाइनरी की तेल शोधन क्षमता 15 मिलियन टन प्रतिवर्ष से बढ़कर 25 मिलियन टन (ढाई करोड़ टन) प्रतिवर्ष हो जाएगी। यह फैसला इंडियन ऑयल बोर्ड की उच्च स्तरीय बैठक में लिया गया।

इंडियन ऑयल मुख्य कार्यालय दिल्ली के एक उच्च अधिकारी ने बताया कि जल्द ही पानीपत रिफाइनरी के विस्तार का कार्य शुरू हो जाएगा। इस परियोजना काे सितंबर 2024 तक पूरा करना है । उन्होंने बताया कि इंडियन ऑयल की पानीपत रिफाइनरी सातवीं रिफाइनरी है । उत्तरी भारत के हरियाणा , पंजाब , जम्मू-कश्मीर, चंडीगढ़, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और राजस्थान को पेट्रोलियम पदार्थों के निर्बाध सप्लाई देती है। पानीपत रिफाइनरी विस्तार के बाद इंडियन ऑयल की सबसे बडी रिफाइनरी होगी।

आसपास होगा विकास

रिफाइनरी और आसपास के क्षेत्रों का प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से विकास होगा। रिफाइनरी के आसपास के गांवों में काफी विकास हुआ है। सड़कें पक्की हैं। रिफाइनरी की ओर से काफी काम कराए जाते हैं। सोलर स्ट्रीट लाइट हैं। सिठाना गांव में स्टेडियम बनाया जा रहा है। रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

गैस से बनाएंगे एथनाल

पानीपत रिफाइनरी देश की सबसे एडवांस रिफाइनरी बनने जा रही है। यहां पर उपयोग न होने वाली गैस को जलाने की बजाय, उससे एथनाल बनाने का प्रोजेक्ट शुरू होने वाला है। इसके अलावा पराली से भी एथनाल बनाने का प्लांट लग रहा है। इससे पर्यावरण प्रदूषण पर बड़े स्तर पर रोक लग सकेगी।

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