बुल्ले खड़े बाजार में, जोड़ रहे हैं हाथ, कुछ ऐसी है पानीपत की राजनीति, पढि़ए और भी बहुत कुछ

पानीपत की राजनीति हमेशा से चर्चा में रही है। बुल्‍ले शाह। पानीपत के धुरंधर राजनेता और वरिष्‍ठ कांग्रेसी नेता हैं। अब वो मुहल्‍ले-मुहल्‍ले में जाकर लोगों के हाथ जोड़ रहे हैं। पढि़ए और भी बहुत कुछ स्‍टेट ड्राइव में।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 01:15 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 01:15 PM (IST)
बुल्ले खड़े बाजार में, जोड़ रहे हैं हाथ, कुछ ऐसी है पानीपत की राजनीति, पढि़ए और भी बहुत कुछ
वार्ड नंबर नौ में अपने समर्थकों के बीच बुल्ले शाह। इंटरनेट मीडिया से

पानीपत, [रवि धवन]। पानीपत में यह दोहा टाकिंग प्वाइंट है-बुल्ले खड़े बजार में, जोड़ रहे हैं हाथ, अपने उनसे कह रहे, अपनों को लें साथ। बुल्ले यानी बुल्ले शाह। कांग्रेस के नेता। शाह परिवार ने छह विधानसभा चुनाव पानीपत से जीते हैं। पिछले दो चुनाव से जनता उनके हाथ का साथ नहीं दे रही। भाजपा के 75 पार के नारे का ऐसा माहौल बना कि पिछली बार उन्होंने चुनाव लड़ने से ही इन्कार कर दिया।

कांग्रेस की सीटें बढ़ीं तो अफसोस हुआ, क्यों नहीं लड़े । सो तय कर लिया है, इसबार पीछे नहीं हटना। जनसंपर्क शुरू कर दिया है। वार्ड दर वार्ड जाकर सभाएं कर रहे हैं। लेकिन यह भी कह रहे कि भाई मैं वोट मांगने नहीं आया। उसके लिए समय बहुत पड़ा है। मेरी कमियां बताओ। उनको दूर करूंगा। यह देख समर्थक बात करते हैं- बुल्ले शाह को रुठे हुए अपनों को मनाना चाहिए। तभी जनता आपके हाथ पर हाथ रखेगी।

गुगली पर मनोहर का स्ट्रोक

करनाल में असंध हलके से कांग्रेस के विधायक हैं शमशेर सिंह गोगी। पानीपत के समालखा में इनका पेट्रोल पंप है। असंध में पैतृक निवास। इफ और बट में यकीन नहीं करते। कुमारी सैलजा को हरियाणा की कैप्टन बताते हैं। पर इन दिनों चर्चा उनकी गुगली की हो रही है, जिस पर मनोहर ने ऐसा डिफेंसिव स्ट्रोक खेला कि गोगी खुद ताली बजा रहे हैं। हुआ यह कि यमुनानगर से करनाल तक रेल लाइन बिछाई जाने को लेकर गोगी गुस्से में शमशेर हो गए। सिंह की तरह दहाड़े, छलांग लगाई और मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सामने पहुंच गए। जींद से यमुनानगर तक लाइन बिछाने की मांग की। असंध को इसका सीधा फायदा होता। मुख्यमंत्री को लगा, गोगी अड़ेंगे तो प्रोजेक्ट के फंसने की भी आशंका बलवती हो जाएगी। सो, मुस्कुराकर बोले, गोगीजी, करनाल तक लाइन आने दो। असंध भी ले जाएंगे। गोगी मान गए। करनाल के बाद सही, अपना टाइम आएगा।

मोदी ने दी मिठाई, संजय समर्थक बांट रहे मिठाई

करनाल लोकसभा सीट से सांसद हैं संजय भाटिया। देश में दूसरी सबसे बड़ी जीत उन्होंने दर्ज की। बूथ पर मतदाताओं की पर्ची निकालने की कमान संभालने वाले संजय ने नगर परिषद की कप्तानी की। विधानसभा चुनाव में हारने, फिर टिकट कटने के बाद भी सियासी राजनीति में निराश नहीं हुए। प्रदेश संगठन में महामंत्री बने। पकड़ इतनी मजबूत बनाई कि मनोहरलाल उनको करनाल से टिकट दिलाने के लिए अड़ गए। बेबाकी से बात रखने वाले संजय को हाल ही में उनके 54वें जन्मदिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पास बुलाकर बधाई दी। गृहमंत्री अमित शाह ने फोन किया। ट्रेन तक उन्हें छोड़ने आए समर्थकों ने स्टेशन पर केक काटा। मिठाई बांटने का क्रम अब तक चल रहा है। भाटिया समर्थक कहते हैं- चाय बेचने वाला प्रधानमंत्री बन सकता है तो बूथ पर पर्ची बनाने वाला भी समय आने पर केंद्रीय मंत्री बन सकता है। बस वक्त का इंतजार है।

मंदिर में सम्मान, चर्चा मुकदमे की

पानीपत में प्रसिद्ध है अवध धाम मंदिर। दाऊजी महाराज किसी भी अफसर या नेता को बुलाएं और कोई न आए, ऐसा होना मुश्किल है। सांसद, विधायक से लेकर डीसी तक पहुंचे। कोरोना काल में काम करने वाली संस्थाओं के प्रतिनिधियों, पार्षदों का सम्मान किया। संयुक्त व्यापार मंडल, संयुक्त व्यापार समिति के प्रधान भी पहुंचे। मंदिर की चौखट में बैठे थे पर चर्चा मुकदमों की हो रही थी। स्व.हरीश शर्मा प्रकरण में समिति के प्रधान राजेश सूरी का नाम जुड़ गया है। पार्षद अंजली शर्मा दो केस में चार्जशीट हो गई हैं। विजय सहगल प्रापर्टी केस में फंसे हुए हैं। पूर्व मेयर भूपेंद्र सिंह एटीपी से विवाद में केस का सामना कर रहे हैं। भाजपाइयों में चर्चा ये भी रही कि अगर जजपा से जुड़े होते तो सारे केस खारिज हो जाते। इस समय तो अपने ही अपनों की विकेट लेने पर तुले हैं। सियासी बल्लेबाजी करने से हिचकने लगे हैं।

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