सम्मान निधि पाने वाले 1381 अन्नदाता निकले आयकरदाता, अब होगी 1.42 करोड़ की रिकवरी
केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत सम्मान निधि पाने वाले 1381 अन्नदाता जांच में आयकरदाता निकले हैं। योजना के तहत करीब 1.42 करोड़ रुपये की राशि (किस्तें) हासिल कर चुके हैं। ऐसे किसानों की सूची सरकार ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को भेजी है।
रामकुमार कौशिक, पानीपत
केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत सम्मान निधि पाने वाले 1381 अन्नदाता जांच में आयकरदाता निकले हैं। योजना के तहत करीब 1.42 करोड़ रुपये की राशि (किस्तें) हासिल कर चुके हैं। ऐसे किसानों की सूची सरकार ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को भेजी है। अपात्र किसानों से रिकवरी को लेकर कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है। किस्तों में ली सम्मान राशि वापस लौटने के लिए नोटिस थमाए जा रहे हैं। हालांकि अभी तक एक भी किसान ने पैसा जमा नहीं कराया है।
बता दें कि केंद्र सरकार ने वर्ष 2018 में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना लागू कर देश व प्रदेश के पांच एकड़ तक कृषि भूमि पर अपना मालिकाना हक रखने वाले छोटे एवं सीमांत किसानों को साल में छह हजार रुपये की आर्थिक सहायता तीन किस्तों में प्रदान करने का निर्णय लिया था। योजना को लागू करने के लिए दिसंबर 2018 में ही पंजीकृत किसानों के खातों में दो हजार रुपये की पहली किस्त डाल दी गई थी। तभी से सरकार हर चार महीने के बाद सरकार किसानों के खातों में दो-दो हजार रुपए की किस्त डाल रही है। अभी तक नौ किस्त जारी हो चुकी हैं। 52 हजार किसानों को मिली थी पहली किस्त --
योजना की शुरुआत में जिले से उक्त योजना के तहत पहली किस्त करीब 52 हजार किसानों को मिली। जैसे-जैसे किस्त बढ़ती जा रही हैं, वैसे ही जांच के बाद पात्र किसानों की संख्या भी कम होती जा रही है। पिछले माह ही सरकार की ओर से योजना के तहत नौंवी किस्त जारी की गई। अभी तक 37 हजार 116 किसानों को ही मिल पाई है।
अपात्र होकर भी लेते रहे लाभ --
सरकार ने योजना को लागू करते हुए कुछ नियम व कायदे बनाए थे। नियमों के अनुसार पति-पत्नी में एक भी आयकरदाता नहीं होना चाहिए। 10 हजार रुपये से अधिक पेंशन प्राप्त करने वाले व्यक्ति इसका पात्र नहीं हो सकता। कोई भी सरकारी कर्मचारी (मल्टी टास्किग स्टाफ, चतुर्थ श्रेणी व डी ग्रुप के कर्मचारियों को छोड़कर) इसका पात्र नहीं है। इसके अलावा पूर्व जनप्रतिनिधि भी इसका पात्र नहीं है, परंतु छह हजार रुपए सालाना पाने के लिए लोगों ने इसके नियमों की अनदेखी कर आवेदन कर दिया। जिन्होंने अपात्र होते हुए भी कई कई किस्तें प्राप्त कर ली। लेकिन अब ढ़ाई साल बाद बिना नियम जाने योजना का लाभ पाने वालों पर उल्टा पड़ गया।
दिए जा रहे हैं नोटिस --
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक डा. वीरेंद्र आर्य ने बताया कि जिले में जो आयकरदाता किसान पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत लाभ ले रहे थे, उन्हें चिन्हित कर किस्तों में ली गई राशि की रिकवरी को लेकर नोटिस दिए जा रहे हैं। किसानों से 1 करोड़ 42 लाख 26 हजार रुपये की रिकवरी होगी। इनमें किसी ने एक तो किसी ने ज्यादा किस्तें ली हैं। खंड आयकरदाता किसान--किस्त लेने वाले आयकरदाता किसान --ली किस्त ---कुल राशि
बापौली ----205 ------------------197 ----------------------------------1027---2054000
इसराना ----232 ------------------237 ----------------------------------1155---2310000
मतलौडा----352 ------------------336 ----------------------------------1695---3390000
पानीपत----409 ------------------391-----------------------------------2033---4000000
समालखा---244 ------------------233----------------------------------1233---2466000
जिले के कितने किसानों को मिली कौनसी किस्त --
किस्त --किसान
पहली --52248
दूसरी --52213
तीसरी --51940
चौथी --50476
पांचवीं --48269
छठी --46903
सातवीं --43117
आठवीं --42819
नौंवी --37116