हत्या के बाद लिखा..मम्मी-पापा सॉरी..आपको वो जेल भिजवा देती
पानीपत माडल टाउन के शांति नगर में मनोज तंवर ने पत्नी आशा उर्फ रानी की हत्या के बाद खुदकुशी करने वाले ने लिखा सुसाइड नोट।
जागरण संवाददाता, पानीपत : माडल टाउन के शांति नगर में मनोज तंवर ने पत्नी आशा उर्फ रानी की गला घोंटकर हत्या कर दी और खुद फांसी लगाकर जान दे दी। मनोज के पास से मिले तीन पन्नों के सुसाइड नोट ने इस दुखद प्रेम कहानी की परतें खोल कर रखी दी हैं। इसमें मनोज ने लिखा है कि 11 साल बड़ी उसकी आशा उर्फ रानी से रिफाइनरी में मुलाकात हुई। दोनों में नजदीकी बढ़ी और प्रेम हो गया। 30 जनवरी को 2019 को उसका आशा ने समालखा के एक होटल में बर्थ डे मनाया और पार्टी की। इसी में आशा ने उसके साथ अश्लील वीडियो बना ली। इसके बाद आशा ब्लैक मेल करने लगी। आशा के स्वजन उसका वेतन हड़प लेते। तभी उसे पता चला कि आशा शादीशुदा है। पहला पति सुनील है। बेटी 18 साल की और बेटा 21 साल का है।
आशा ने ही हन्नी ट्रैप में फंसाकर विवाह किया और उसकी जमीन हड़पने की साजिश रची। कहती थी गांव की जमीन बेचकर शहर में उसके नाम प्लाट खरीद ले। जिदगी तबाह कर दी गई है। मनोज ने अंत में लिखा है कि मम्मी-पापा सॉरी, ये गलत कदम उठा रहा हूं, नहीं तो ये (आशा) उन्हें भी जेल भिजवा देती। पहले भी ये ऐसी कोशिश कर चुकी है।
फोन ब्लैक लिस्ट में डाला, पहले पति से बात करने से रोकता को चाकू उठा लेती मनोज ने सुसाइड में लिखा है कि 19 जनवरी 2020 को उसकी शादी में आशा की मां सुमित्रा व अन्य स्वजनों ने शिरकत नहीं की। आशा ने उसके, मां व चचेरी बहन के खिलाफ थर्मल चौकी में शिकायत दी। पहले ही ही आशा की मां चौकी में थी। तब उसे आभास हो गया था कि साजिश रची गई है, लेकिन वह कुछ कर भी नहीं पाता था। साले सचिन ने बाइक ली थी। किस्त भी उसे ही चुकानी पड़ी थी। तीन-तीन दिन तक पत्नी उसे खाना नहीं देती थी। कपड़े भी नहीं धोती थी। तीन-तीन दिन उसे किचन में ही सोना पड़ता था। उसका मोबाइल फोन ब्लैक लिस्ट में डाल रखा था और पहले पति से दिन-रात बात करती थी। ऐसा करने से रोकता था तो किचन से चाकू उठा लेती थी। खुद व उसे मारने की धमकी देती थी। एक जून को दादी लखमीरी को देहांत हो गया था। सात जून को क्रिया पर जाकर घर लौटा तो पत्नी ने गाली गलौच की। सुसाइड नोट पर पर 20 जून
सुसाइड नोट पर घटना की तारीख 20 जून लिखी है। आशा उर्फ रानी का शव सड़ चुका है। मुंह पहचान में नहीं आ रहा है। मनोज के शव सड़ा नहीं दिखाई दे रहा है। आशंका है कि आशा की 20 से पहले ही हत्या की गई है। सिविल अस्पताल के डा. नारायण डबास का कहना है कि पोस्टमार्टम करने के बाद ही पता चला कि मनोज और आशा की मौत कितने दिन पहले हुई है।
किसी को नहीं लगी वारदात की भनक
शांति नगर के बलराज हेल्थ विभाग में इंस्पेक्टर के पद कार्यरत हैं। वह परिवार के साथ मकान में ग्राउंड फ्लोर पर रहते हैं। उनके मकान की दूसरी मंजिल पर मनोज पत्नी के साथ रहते थे। किसी को भनक नहीं लगी कि मकान में वारदात हो गई है। बलराज की पत्नी कपड़े सुखाने गई और बदबू आई तो मामले का खुलासा हुआ। मकान में और भी किरायेदार रहते हैं, लेकिन किसी ने यह जहमत नहीं उठाई की मनोज का कमरा बंद है। वे दिखाई नहीं दे रहा है। वर्जन
मनोज और आशा के स्वजनों ने अभी कोई कार्रवाई नहीं कराई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी।
योगेश कुमार, प्रभारी थाना माडल टाउन