जय श्रीराम के जयकारों, हरीश शर्मा अमर रहें..की गूंज के साथ अंतिम संस्कार
जागरण संवाददाता पानीपत जय श्रीराम के जयकारों और हरीश शर्मा अमर रहें..की गूंज के स
जागरण संवाददाता, पानीपत : जय श्रीराम के जयकारों और हरीश शर्मा अमर रहें..की गूंज के साथ लघु सचिवालय के पास शिवपुरी में शव का अंतिम संस्कार हुआ। इससे पहले सुबह 10 बजे घर के बाहर जब शव उठाया गया तो पहला कंधा शहर के विधायक प्रमोद विज ने दिया। इसके बाद अंतिम यात्रा फतेहपुरी चौक पर श्री हनुमान मंदिर में पहुंची। मंदिर के दर्शनों उपरांत भीड़ पीछे-पीछे थी। नम आंखों से हर कोई यही कहता सुना गया, बहुत गलत हुआ। तहसील कैंप ने अपना बेटा, अपना साथी खो दिया।
सुबह के करीब नौ बजे थे। आमतौर पर इस समय सूना रहने वाला फतेहपुरी चौक एरिया पर हलचल थी। कोई माडल टाउन से, कोई सेक्टर 12 से तो कोई एल्डिको से वहां पहुंचा हुआ था। दरअसल, हर कोई हरीश शर्मा के घर पहुंचना चाह रहा था। 10 बजते-बजते घर से लेकर जीटी रोड तक भीड़ हो गई थी। चर्चा में केवल एक ही नाम था, हरीश शर्मा। एक दिन पहले रात को हुए लाठीचार्ज का भी विरोध होता रहा। इसी कारण पुलिस को अंदेशा था कि कहीं फिर से जाम जैसे हालात न हो जाएं, सुरक्षा बढ़ा दी गई। फतेहपुरी चौक से लेकर लघु सचिवालय तक भारी पुलिसबल तैनात रहा। हालांकि पुलिस पीछे फुटपाथ पर ही रही। एक बार तो भारी भीड़ जीटी रोड पर फ्लाईओवर के नीचे एक मिनट के लिए रुक गई। जय श्रीराम के जयकारे और हरीश शर्मा अमर रहे की आवाज बुलंद करने लगे। तब लगा की कहीं फिर से जाम न लग जाए। पर अगले ही मिनट जब शवयात्रा शिवपुरी रोड पर आई तो पुलिसकर्मियों की भी जान में जान आई।
अंतिम दर्शन पर फफक पड़े सभी
शिवपुरी में अंतिम दर्शन के लिए शव को रखा गया। उस हाल में भारी भीड़ पहुंच गई। आखिरी बार हरीश शर्मा का चेहरा यहां दिखाया गया। आखिरी दर्शन में सभी वहां फफक कर रोने लगे। पत्नी प्रेम रोते-रोते कहने लगीं, मुझे भी आपके साथ जाना है। उन्हें स्वजनों ने संभाला। बेटे गौरव ने मुखाग्नि दी।