Panipat Nagar Nigam: तालाब में डूबकर दो मासूमों की मौत, हादसे के बाद भी नहीं जागा प्रशासन

पानीपत में दो मासूम बच्चों की तालाब में डूबने से मौत हो गई। हादसा होने के बाद भी नगर निगम नहीं सबक ले रहा। हालात अभी भी वैसे ही बने हुए है। तालाब में भरे गंदे पानी की ना तो निकासी हो पाई है और ना ही वहां चारदीवारी है।

By Rajesh KumarEdited By: Publish:Fri, 05 Nov 2021 10:40 AM (IST) Updated:Fri, 05 Nov 2021 10:40 AM (IST)
Panipat Nagar Nigam: तालाब में डूबकर दो मासूमों की मौत, हादसे के बाद भी नहीं जागा प्रशासन
पानीपत में दो बच्चों की मौत के बाद भी नहीं जागे अफसर।

 पानीपत, जागरण संवाददाता। सैनी कालोनी में खाली पड़े 12 हजार एकड़ जमीन में भरे गंदा पानी में डूबकर दो मासूमों की मौत हो गई थी। इसके बाद विधायक प्रमोद विज व मेयर अवनीत कौर, कमिश्नर आरके सिंह ने घटना स्थल का दौरा किया था। उस समय खाली पड़ी जमीन की चारदीवारी, पानी निकासी व जमीन का भरत करने आश्वासन दिया था। लेकिन आज तक खाली पड़ी जमीन में भरा गंदा पानी नहीं निकाला जा सका। इससे फिर अब हादसा होने का डर बना हुआ है। नगर निगम ने हादसे होने के बाद भी सबक नहीं लिया।

40 साल से खाली पड़ी है जमीन

पहले विधायक प्रमोद विज, नगर निगम कमिश्नर आरके सिंह व मेयर अवनीत कौर ने बारिश का तर्क देते हुए पानी निकासी करने व चारदीवारी करने का आश्वासन दिया था। लेकिन अब तक कुछ नहीं हो सका। बता दें कि यह जमीन 40 साल से खाली पड़ी है। न तो चारदीवारी बनाई गई और न ही जमीन की भरत करवाई। हर बार बारिश के समय जलभराव हो जाता है।

सरकारी फाइल अटक गई

नगर निगम ने इस जमीन को 2006 में अपने कब्जे में लिया। फिर बीपीएल परिवारों के लिए प्रोजेक्ट तैयार कर 900 फ्लैट तैयार करवाए जाने थे। तत्कालीन कमिश्नर डा. मनोज कुमार ने प्रोजेक्ट की फाइल चंडीगढ़ मुख्यालय भेजी थी। आजतक यह फाइल मुख्यालय में ही अटकी हुई है। अभी तक प्रोजेक्‍ट को मंजूरी नहीं मिल सकी। हर बार अधिकारी जमीन का मुआयना करने आते हैं। आश्वासन देकर जाते है कि जमीन की भरत करवाई जाएगी। चारदीवारी बनाई जाएगी। अब स्कूल के प्रोजेक्ट की बात हो रही है।

लोग कर चुके है पार्क या स्कूल बनाने की मांग

खाली पड़ी 12 हजार एकड़ में सैनी कालोनी के लोग पार्क या सरकारी स्कूल बनाने की मांग कर चुके है, लेकिन कोई समाधान नहीं हो रहा। चुन्नीलाल शर्मा व दीपक ने कहा कि पहले भी कई बार लोग खाली पड़ी जमीन का निरीक्षण करने आ चुके हैं। आज कोई स्थाई समाधान नहीं हुआ। यहां मानसून में हर बार बेसहारा पशु फंस रहे और उनकी मौत हो रही। इससे पहले दो मासूमों की भी जान जा चुकी है।

अधिकारी नहीं कर रहे सुनवाई

वार्ड 11 की पार्षद कोमल सैनी ने जागरण से बातचीत करते हुए कहा कि कई बार खाली पड़ी जमीन से गंदे पानी की निकासी, भरत करवाने व चारदीवारी के लिए कहा जा चुका है। अभी तक समाधान नहीं हो सका। अधिकारी कोई सुनवाई नहीं कर रहे। जल्द ही इस मामले को लेकर फिर से डीसी से मिला जाएगा।

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