पानीपत हाईप्रोफाइल सियासत, विधायक फोन करते रहे, डीटीपी ने फैक्‍ट्री ढहा दी

पानीपत में डीटीपी ने अवैध निर्माण को लेकर बरसत रोड पर श्रीराम दशहरा कमेटी के प्रधान भीम सचदेवा सहित तीन फैक्ट्रियों में तोडफ़ोड़ की। विधायक विज करते रहे फोन डीटीपी ने नहीं उठाया और ढहा दी सचदेवा की फैक्ट्री।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Wed, 23 Sep 2020 09:57 AM (IST) Updated:Wed, 23 Sep 2020 09:57 AM (IST)
पानीपत हाईप्रोफाइल सियासत, विधायक फोन करते रहे, डीटीपी ने फैक्‍ट्री ढहा दी
जिला नगर योजनाकार विभाग ने फैक्ट्री ढहा दी।

पानीपत, जेएनएन। जिला नगर योजनाकार विभाग की कार्रवाई पर उस समय हाईप्रोफाइल ड्रामा खड़ा हो गया, जब विधायक प्रमोद विज लगातार डीटीपी ललित कुमार को कॉल करते रहे और दूसरी तरफ डीटीपी का दस्ता फैक्ट्री ढहाने में लगा रहा। फैक्ट्री ढहाई गई श्रीराम दशहरा कमेटी के प्रधान भीम सचदेवा की। बरसत रोड पर सचदेवा हाथ जोड़कर बार-बार कार्रवाई रोकने के लिए कहते रहे, विज से बात करने के लिए फोन पकड़ाते रहे लेकिन डीटीपी की टीम नहीं रुकी। फोन नहीं उठा तो विज अपनी गाड़ी से चंदौली गांव पहुंच गए। विज पहुंचते ही ललित कुमार पर भड़क गए। फोन नहीं उठाने पर तमतमाए विज ने कहा, व्यापारियों को इस तरह तंग करेंगे तो पानीपत में नहीं रहने देंगे। विधायक के कहने पर डीटीपी दस्ते ने तोडफ़ोड़ की कार्रवाई रोक दी।

बरसत रोड पर ड्रेन नंबर दो से लगभग एक किलोमीटर आगे कुछ फैक्ट्रियां बनी हैं। श्रीराम दशहरा कमेटी के प्रधान भीम सचदेवा की भी यहां एक हजार वर्ग गज में फैक्ट्री है। जिला नगर योजनाकार विभाग ने अवैध निर्माण के खिलाफ फैक्ट्री मालिकों को नोटिस दे रखा था। मंगलवार दिन के 11:30 बजे ड्यूटी मजिस्ट्रेट भूपेंद्र ङ्क्षसह पुलिस बल के साथ उस रोड पर स्थित तीन फैक्ट्री व दो चारदीवारी की तोडफ़ोड़ करने पहुंचे। दो जेसीबी ने कार्रवाई शुरू की। सबसे पहले भीम सचदेवा की फैक्ट्री के सामने बनी एक फैक्ट्री को ढहा दिया। आधे घंटे के बाद जैसे ही जेसीबी भीम सचदेवा की फैक्ट्री गिराने लगी तो वे आगे आकर विरोध करने लगे। डीटीपी से अनुरोध किया कि पहले कागजात देख लें। तहसील बंद होने से जमाबंदी का काम नहीं हो सका है। सीएलयू नहीं ले सके। डीटीपी ने उनकी एक नहीं सुनी। दोनों जेसीबी चालकों को भवन गिराने के निर्देश दिए। 

 

पुलिस टीम का कौन है इंचार्ज

फैक्ट्री गिराने के दौरान भीम सचदेवा जब जेसीबी के आगे से नहीं हट रहे थे तो डीटीपी ललित कुमार ने एक पुलिसकर्मी से कहा, इसे क्यों नहीं हटा रहे हो। कौन है इस टीम का इंचार्ज..। इन्हें हटाने में क्या परेशानी आ रही है। इंचार्ज सत्यनारायण ने इशारे में कहा कि हम हटा रहे हैं। आप कार्रवाई शुरू करो।

समधी पहुंचे मौके पर

नगर सुधार मंडल के पूर्व चेयरमैन मुकेश टूटेजा रिश्ते में भीम सचदेवा के समधी लगते हैं। दोपहर 12:30 बजे उन्हें तोडफ़ोड़ होने का पता चला। मौके पर फैक्ट्री में पहुंचे। मुकेश टुटेजा ने कहा कि दो साल पहले बनी फैक्ट्री पर तोडफ़ोड़ करना ठीक नहीं है। सीएलयू के लिए सरकार जो चार्ज तय करेगी, उसे चुकाने को तैयार हैं। डीटीपी अब नई फैक्ट्रियों के बनने पर पाबंदी लगाए।

साहब, हमारे कागज देख लो

सचदेवा की फैक्ट्री तहस नहस करने के बाद जेसीबी सामने एक निर्माणाधीन फैक्ट्री को गिराने लगी। दीवार ढहाने के बाद दोनों गोदाम का शटर उठा दिया। वेस्ट कपड़े से गोदाम भरा पड़ा था। फैक्ट्री मालिक होने का दावा करते हुए जगदीश ने डीटीपी से कहा कि साहब कार्रवाई से पहले हमारे कागज देख लो। डीटीपी ने कहा कि हम सब देख चुके हैं।

डीटीपी साहब, जवाब दीजिए फोन क्यों नहीं उठाया

दोपहर सवा एक बजे शहर के विधायक प्रमोद विज व भाजपा के जिला उपाध्यक्ष तरुण गांधी मौके पर पहुंचे। डीटीपी की टीम अवैध रूप से निर्मित एक चारदीवारी को गिरा रही थी। विधायक कार से उतरते ही डीटीपी ललित कुमार पर आग बबूला हो गए। उनसे कहा व्यापारियों को तंग करने का ठेका ले रखा है क्या। जो पैसा नहीं देता, पिक एंड चूज के तहत उन पर कार्रवाई करने को तैयार हो जाते हैं। मैंने दस बार फोन किया। मुझे जवाब दीजिए कि आपने फोन क्यों नहीं उठाया। विधायक का फोन नहीं उठाएंगे तो सरकार की नौकरी क्या करेंगे। विभाग के डायरेक्टर जनरल के मकरंद पांडुरंग व हरियाणा विधानसभा के स्पीकर से मैं आपकी लिखित शिकायत करूंगा। पानीपत जिले में ऐसे डीटीपी की जरूरत नहीं है, जो व्यापारियों को तंग करे। मैं यहां नहीं रहने दूंगा।

नोटिस ऑर्डर की कॉपी दिखाएं

भाजपा जिला उपाध्यक्ष तरुण गांधी ने डीटीपी से पूछा कि नोटिस ऑर्डर की कॉपी कहां है। सबके सामने यहां क्यों नहीं दिखा रहे हैं। डीटीपी ने ऑर्डर की कॉपी कार्यालय में होने की बात कही। ड्यूटी मजिस्ट्रेट को बुला कर उनसे भी पूछा। उन्होंने कहा कि डीसी कार्यालय से आदेश मिलने पर यहां पुलिस बल के साथ आए।

दो साल से किराये पर दे रखी फैक्ट्री

फैक्ट्री मालिक भीम सचदेवा ने बताया कि दो साल से फैक्ट्री किराये पर दे रखी है। कोई नया निर्माण नहीं कर रहे हैं। शहरी व ग्रामीण विधायक के साथ हुई बैठक में कहा गया था कि सीएलयू के लिए आवेदन करें। सरकार जो चार्ज कहेगी, उसे जमा करा देंगे। डीटीपी ने मौका ही नहीं दिया। बिना नोटिस के फैक्ट्री में तोडफ़ोड़ कर दी। वर्कर जो अब बेरोजगार हो गए, उन्हें बैठा कर कहां से पैसा दूंगा।  

फैक्ट्री मालिकों को नोटिस देने के बाद कानूनी तौर पर हमारी टीम ने जायज कार्रवाई की है। नगर योजनाकार विभाग के उच्चाधिकारियों की सहमति लेने के बाद ही इन फैक्ट्रियों में जेसीबी से तोडफ़ोड़ की गई है। विधायक प्रमोद विज के कहने पर हमने कार्रवाई रोक दी है। उच्चाधिकारियों को इस बारे में अवगत करा दिया गया है।

ललित कुमार, डीटीपी, पानीपत।

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