पानीपत के बाक्सरों ने नेशनल बाक्सिग चैंपियनशिप में तीन पदक जीते

पानीपत के तीन बाक्सरों ने चौथी जूनियर व यूथ नेशनल बाक्सिग चैंपियनशिप में एक स्वर्ण रजत और कांस्य पदक जीता। यह प्रतियोगिता 17 से 31 जुलाई को सोनीपत के दिल्ली पब्लिक स्कूल में हुई। शांति नगर के गौरव सैनी ने 70 किलोग्राम में पांच बाक्सरों को हराकर स्वर्ण पदक जीता।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 07:20 AM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 07:20 AM (IST)
पानीपत के बाक्सरों ने नेशनल बाक्सिग चैंपियनशिप में तीन पदक जीते
पानीपत के बाक्सरों ने नेशनल बाक्सिग चैंपियनशिप में तीन पदक जीते

जागरण संवाददाता, पानीपत : पानीपत के तीन बाक्सरों ने चौथी जूनियर व यूथ नेशनल बाक्सिग चैंपियनशिप में एक स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक जीता। यह प्रतियोगिता 17 से 31 जुलाई को सोनीपत के दिल्ली पब्लिक स्कूल में हुई। शांति नगर के गौरव सैनी ने 70 किलोग्राम में पांच बाक्सरों को हराकर स्वर्ण पदक जीता। उन्हें प्रतियोगिता का बेस्ट बाक्सर भी चुना गया। अटावला गांव के मिलिद देशवाल ने 63 किलोग्राम में कांस्य पदक जीता। क्वार्टर फाइनल में मिलिद के पैर में चोट लगी गई थी। इसी वजह से वह सेमीफाइनल मुकाबले में हार गए।

पा‌र्श्वनाथ कालोनी के सुमित कुमार ने रजत पदक जीता। सुमित दमन-द्वीप की ओर से खेले थे। सुमित और मिलिद ने अपनी सफलता का श्रेय शिवाजी स्टेडियम के बाक्सिग कोच सुनील कुमार को दिया है। गौरव सैनी सात अगस्त से दुबई में होने वाली जूनियर व यूथ एशियन बाक्सिग चैंपियनशिप में शिरकत करेंगे। स्वजनों ने जताई खुशी

गौरव सैनी रोहतक की नेशनल बाक्सिग एकेडमी में अभ्यास करते हैं। लाकडाउन के दौरान उन्होंने शिवाजी स्टेडियम में कोच सुनील कुमार के पास अभ्यास किया। गौरव के पिता बलराज सैनी मैकेनिक हैं। सुमित की मां रेखा रानी करनाल में इंस्पेक्टर हैं। पिता अंतरराष्ट्रीय पहलवान व सीआइएसएफ में सब इंस्पेक्टर हैं। मिलिद के पिता पवन कुमार किसान हैं। तीनों बाक्सरों की सफलता पर स्टेडियम के बाक्सरों ने लड्डू बांटकर खुशी जताई।

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