Panipat Accident: चालक ने बस को धीमा कर कहा उतर जाओ, उतरने से पहले ही बढ़ाई स्पीड, कुचला गया पैर
Panipat Accident पानीपत में बस चालक की लापरवाही के चलते एक युवक का पैर टायर के नीचे आ गया। चालक ने अनाज मंडी कट के पास बस को धीमा कर दिनेश को उतरने के लिए कहा। जैसे ही उतरने लगा तभी बस की स्पीड तेज कर दी।
पानीपत, जागरण संवाददाता। हरियाणा रोडवेज बस के चालक ने उत्तर प्रदेश के गौंडा जिले के गांव पसका बाजार के रहने वाले परिवार के सामने रोजगार का संकट खड़ा कर दिया। परिवार का पोषण करने वाला बेटा दिनेश सरोज (24), चालक की लापरवाही का शिकार हो गया। चालक ने अनाज मंडी कट के पास बस को धीमा कर दिनेश को उतरने के लिए कहा। जैसे ही उतरने लगा, तभी बस की स्पीड तेज कर दी। इसी चक्कर में दिनेश पहले तो कुछ दूर तक घसीटता गया और फिर हाथ छूटने पर बस के पिछले पहिये के नीचे उसका बायां पैर आ गया। अब रोहतक पीजीआइ में उपचाराधीन है। घटना वीरवार दोपहर दो बजे के करीब की है।
यात्री आवाज लगाते रहे, लेकिन नहीं रोकी बस
रोहतक पीजीआइ में भर्ती दिनेश सरोज ने फोन पर दैनिक जागरण में हुई बातचीत में कहा कि वह पिछले चार साल से गन्नौर बस स्टैंड पर ठेकेदार के पास किचन में रोटी पकाने का काम करता है। वीरवार को दोपहर के समय पानीपत अनाज मंडी में रहने वाले गांव तारा निवासी दोस्त राकेश से मिलने के लिए बस स्टैंड से हरियाणा रोडवेज की दिल्ली डिपो की बस में सवार होकर चला था। जैसे ही बस अनाज मंडी के नजदीक पहुंची तो चालक ने आवाज लगाई। वह सीट से उठ अगली खिड़की के पास पहुंच गया। चालक ने बस नहीं रोकी। विशाल मार्ट के पास बस धीमी कर उतरने के लिए कहा। वो जैसे ही पैर नीचे रखने लगा तो चालक ने बस की स्पीड बढ़ा दी। उसका संतुलन बिगड़ा और वो खिड़की पर लगे डंडे को पकड़े नीचे लटक गया।
बस में सवार यात्रियों ने चालक को उसके लटका होने बारे आवाज लगाई, लेकिन उसने न तो बस को रोका और न स्पीड कम की। दिनेश के मुताबिक काफी दूर तक घसीटने के बाद डंडे से उसका हाथ छूट गया और नीचे गिरने पर बायां पैर पिछले पहिये के नीचे आ गया। उसे पानीपत अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से रोहतक पीजीआइ रेफर कर दिया गया। दिनेश का कहना है कि बस चालक की लापरवाही ने उसकी ये हालात कर दी। उसका पैर काफी खत्म हो गया। आरोपित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। वहीं किशनपुरा चौकी पुलिस ने भाई राजू सरोज के बयान पर चालक के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
परिवार के सामने संकट
दिनेश के मुताबिक छह भाई बहनों में वो तीसरे नंबर का है। दो बड़ी बहनों की शादी हो चुकी है। दो छोटे भाई व एक बहन पढ़ती है। वर्ष 2011 में पिता को बिजली का करंट लगा तो वो काम करने लायक नहीं रहे। वो पिछले कई सालों से गन्नौर बस स्टैंड पर काम करके अपने साथ विधवा बहन के परिवार का भी पेट पाल रहा था। लेकिन चालक की लापरवाही ने उसके परिवार के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा कर दिया।