यमुनानगर में डेंगू की दस्तक से दहशत, 60 सैंपलों की जांच में मिले छह मरीज, आप सावधानी बरतें
यमुनानगर में डेंगू की दस्तक से लोगों में दहशत है। 60 सैंपलों में छह में डेंगू की पुष्टि हुई है। कोरोना महामारी के दौरान डेंगू के केस सामने आने से स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। 42 मरीज डेंगू के मिले थे गत वर्ष।
यमुनानगर, जागरण संवाददाता। मौसम में आ रहे बदलाव के साथ ही अब डेंगू का सीजन शुरू हो गया है। जिसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। जुलाई व अगस्त माह में स्वास्थ्य विभाग ने रैपिड फीवर सर्वे कराया। जिसमें करीब दो लाख घरों में जाकर मलेरिया व डेंगू के लारवा की जांच की गई थी। मलेरिया की स्थिति काबू में रही। महज चार केस ही मलेरिया के मिले, लेकिन अब डेंगू के केस मिलने लगे हैं। छह केस डेंगू के अब तक मिल चुके हैं। इसे देखते हुए विभाग ने 20 डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर की टीम बनाई है। शेड्यूल बनाकर लारवा की जांच करने के लिए आदेश दे दिए हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने मलेरिया व डेंगू के मरीजों की पहचान के लिए रैपिड फीवर सर्वे शुरू किया था। जुलाई व अगस्त माह में यह सर्वे हुआ। जुलाई माह में हुए सर्वे में डेढ़ लाख घरों का सर्वे किया गया था। जिसमें 13 हजार 130 संदिग्ध मरीजों की स्लाइड बनाई गई थी। इनमें एक केस मलेरिया का मिला था। अगस्त माह में हुए सर्वे में 87 हजार 396 घरों की जांच की। जिसमें 9176 स्लाइड बनाई गई। इसमें दो केस मलेरिया व एक केस डेंगू का मिला था।
इन जगहों पर मिले डेंगू के मरीज
गांधीनगर, नरेंद्रनगर कालोनी, सेक्टर 17, बूडिय़ा गेट, शंकरपुरी कालोनी में डेंगू के केस मिले हैं। इन कालोनियों से 60 सैंपल डेंगू के आशंकित मरीजों के यहां से लिए गए हैं। जिसमें से 50 नेगेटिव आए हैं। चार की रिपोर्ट अभी लंबित हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आइआरएस(इंडोर रेसीडोल स्प्रे) का छिड़काव कराया है। इसके साथ ही डेंगू के आशंकित क्षेत्र प्रतापनगर, बाक्करवाला, कलेसर, भूडकलां, कलानौर में भी आइआरएस का छिड़काव कराया जा रहा है, क्योंकि इन क्षेत्रों में डेंगू का लारवा पनपने की अधिक आशंका रहती है। यह तराई वाले क्षेत्र हैं। यहां पर पानी अधिक देर तक जमा रहता है।
2510 को दिया गया नोटिस
स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने घरों में भी सर्वे किया जा रहा है। जिसके तहत घरों के आसपास, कूलरों, पुराने बर्तनों व गमलों में जमा पानी की जांच की जा रही है। अभी तक 2510 लोगों को नोटिस दिए जा चुके हैं। इनके घरों में मलेरिया का लारवा पनप रहा था। अधिकतर लोगों के घरों में पुराने बर्तनों, कूलरों, गमलों व छतों पर पड़े पुराने सामान पानी जमा था। इसके साथ ही विभाग ने इस बार 504 वाटर बाडीज को चिङ्क्षहत किया है। जहां पर पानी जमा होता है। इनमें लारवा खत्म करने के लिए गंबुजिया मछलियां छोड़ी गई हैं।
यह स्थिति मलेरिया व डेंगू के केसों को
वर्ष - केस - मलेरिया
2016 -508 - 65
2017 -266 - 70
2018 -97 - 42
2019 - 21 - 51
2020 - 03 - 42
2021 - 04 - 06
जिला मलेरिया अधिकारी डा. वागीश गुटैन ने बताया कि डेंगू का सीजन शुरू हो गया है। इसलिए सभी पीएचसी व सीएचसी को भी इस संबंध में पत्र भेजा गया है कि वह अपने यहां आशंकित मरीजों के ब्लड सैंपल कराए।लोगों को भी जागरूक होना होगा। इसके लिए हर रविवार को ड्राइ डे मनाने की अपील की जा रही है। सभी अपने घरों को अच्छी तरह से साफ करें। पानी की टंकियों, गमलों, कूलर व ऐसे स्थानों पर सफाई करें। जहां पानी भरा रहता है। तभी मलेरिया व डेंगू को फैलने से रोका जा सकेगा।