पाक आइएसआइ जासूसी प्रकरण : सऊदी अरब से सात बार सुरेंद्र के खाते में भेजे गए रुपये
पाक के लिए जासूसी मामले में नए-नए खुलासे हो रहे हैं। जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार सुरेंद्र के बैंक खाते को पुलिस ने खंगाला। जांच में उप्र के गोरखपुर के अनिल का नाम आया सामने एफएसएल की रिपोर्ट का इंतजार।
अंबाला, [दीपक बहल]। पाक की खुफिया एजेंसी आइएसआइ के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किए गए सुरेंद्र कुमार को मंगलवार को पलवल पुलिस अंबाला लेकर आई। अंबाला छावनी के माल रोड स्थित स्टेट बैंक आफ इंडिया (एसबीआइ) की शाखा में करीब ढाई घंटे तक पुलिस ने उसके बैंक अकाउंट को खंगाला। जांच में पाया गया कि खाते में सऊदी अरब से सात बार रुपये भेजे गए। हालांकि अधिकतर रुपये 15 हजार ही बताए जा रहे हैं। बैंक खाते में करीब 70 हजार रुपये विदेश से आए हैं। बैंक ने लिखित में सुरेंद्र के खाते की डिटेल जांच एजेंसी को सौंप दी है।
पलवल से आई पुलिस ने सन 2018 से खाते को खंगाला। हालांकि उस दौरान सुरेंद्र सेना से सेवानिवृत्त हो चुका था। वीरवार को सुरेंद्र का रिमांड खत्म हो जाएगा। पुलिस को लैब में भेजे गए उसके मोबाइल की रिपोर्ट का इंतजार है। इसी रिपोर्ट से पता चल पाएगा कि सुरेंद्र ने अपने वाट्सएप से कितने दस्तावेजों का आदान-प्रदान किया है।
बता दें कि 15 जुलाई 2021 को पलवल की कैंप पुलिस ने सुरेंद्र कुमार के खिलाफ आफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया। अंबाला छावनी के बोह गांव के रहने वाले सुरेंद्र कुमार सेना पुलिस से सेवानिवृत्त हुए थे और मौजूदा समय में वह पलवल में बतौर हवलदार तैनात थे। आरोप है कि सुरेंद्र कुमार ने भारतीय सेना व रक्षा संस्थानों की महत्वपूर्ण जानकारियां पाकिस्तानी गुप्तचर एजेंसी के सदस्यों से रुपयों की एवज में भेजी है। हालांकि वह किसी दस्तावेज को भेजने से मना कर रहा है, लेकिन बैंक अकाउंट में बाहर से पैसे आना कुछ और ही कहानी की ओर इशारा कर रहा है। दूसरी ओर, 10 दिन के पुलिस रिमांड के दौरान सुरेंद्र ने बताया कि फेसबुक पर दोस्त बनी महिला ने खुद को पत्रकार बताया और वह उसे (सुरेंद्र को) अपना भाई कहती थी।
गोरखपुर के अनिल से भी सपंर्क में था सुरेंद्र
पलवल में गदपुरी थाने के प्रभारी जंगशेर ने बताया कि पुलिस को जांच में पता चला है कि उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के किसी अनिल कुमार से भी सुरेंद्र कुमार संपर्क में रहा है। हालांकि अनिल कुमार कौन है और क्या करता है, इसको लेकर जांच एजेंसियां छानबीन कर रही हैं। अनिल कुमार से भी सुरेंद्र वाट्सएप कालिंग से बातें करता था।