घर का बिल चुकता कर दिया, फिर भी 72 हजार रुपये का बिल भेजा
सेक्टर-छह स्थित 33 केवी सब स्टेशन के सभागार में सोमवार को बिजली निगम द्वारा उपभोक्ता शिकायत निवारण फोरम (सीजीआरएफ) का खुला दरबार लगाया गया। दरबार में 15 लोगों ने बिजली बिल के बारे में शिकायतें दी। ज्यादा शिकायत इसराना ब्लाक की रही।
जागरण संवाददाता, पानीपत : सेक्टर-छह स्थित 33 केवी सब स्टेशन के सभागार में सोमवार को बिजली निगम द्वारा उपभोक्ता शिकायत निवारण फोरम (सीजीआरएफ) का खुला दरबार लगाया गया। दरबार में 15 लोगों ने बिजली बिल के बारे में शिकायतें दी। ज्यादा शिकायत इसराना ब्लाक की रही। इसमें से सात शिकायतों को मौके पर ही निपटारा कर दिया गया। आठ शिकायतों का समाधान नहीं हो पाया।
इस दौरान किला क्षेत्र के प्रेम खुराना ने बताया कि पत्नी पुष्पा खुराना के नाम से घर का बिजली कनेक्शन है। बिजली निगम ने अगस्त महीने में पुराना मीटर उतारकर स्मार्ट मीटर लगा दिया था। तब पुराना बिल चुकता कर दिया था। इसके बाद भी नवंबर व दिसंबर में 72 हजार रुपये का बिल भेज दिया गया। इस गलत बिल को ठीक कराने दरबार में आया था। अधिकारियों ने समाधान करने की बजाय बोल दिया कि बिल भरना पड़ेगा। अगर रुपये नहीं है तो बैंक से लोन लेना। इससे वह परेशान है। सीजीआरएफ के चेयरमैन आरके शर्मा ने शिकायत करने वाले उपभोक्ताओं को आश्वासन दिया कि जल्द ही उनकी समस्या का समाधान किया जाएगा। इस मौके पर एक्सईएन अनिल नागर, एक्सईएन रणवीर देशवाल, एक्सईएन वीके गोयल, एसडीओ कुलदीप पुनिया और एसडीओ अनिल श्योकंद सहित कई अधिकारी मौजूद रहे। खेत से नहीं हटाया जा रहा है खंभा
सोनीपत के चिड़ाना गांव के राममेहर ने बताया कि उनके कैत गांव में खेत है। बिजली निगम कर्मियों ने खेत की मेड की बजाय बीच में खंभा लगा दिया है। इससे फसल में आग लगने का खतरा रहता है। जुताई करने में भी परेशानी होती है। कई बार खंभा हटवाने की गुहार लगा चुका हूं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अब निगम के कर्मचारी खेत में पहुंचे हैं। समाधान की उम्मीद जगी है। बिना रीडिग लिए भेज देते हैं बिल
कैत गांव के राज सिंह ने बताते हैं कि कई महीने से घर से मीटर की रीडिग नहीं ली गई है। इसके बावजूद बिजली का बिल भेज दिया जाता है। बिल ज्यादा दिया जा रहा है। इसका समाधान कराया जाए। 31 हजार रुपये का बिल भेजा
बुआना लाखू गांव के राजेश कुमार ने बताया कि नवंबर में घर का बिल 635 रुपये आया था। बिल समय पर भर दिया गया था। अब बिजली मीटर का बिल 150 यूनिट पर 31 हजार रुपये भेज दिया है। इससे उन्हें दिक्कत हो रही है। दरबार में बिल ठीक करने का भरोसा दिया गया।