बार्डर से धान की रोकी गई ट्रालियों को मिली हरी झंडी, पीआर धान पर रोक

सनौली बार्डर पर पुलिस प्रशासन द्वारा रोकी धान की ट्रालियों की हरी झंडी मिल गई। पीआर धान पर रोक लगा दी गई है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 08:30 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 08:30 PM (IST)
बार्डर से धान की रोकी गई ट्रालियों को मिली हरी झंडी, पीआर धान पर रोक
बार्डर से धान की रोकी गई ट्रालियों को मिली हरी झंडी, पीआर धान पर रोक

जागरण संवाददाता, पानीपत : सनौली बार्डर पर पुलिस प्रशासन द्वारा रोकी धान की ट्रालियों की हरी झंडी मिल गई। पीआर धान पर रोक लगा दी गई है। पिछले दो दिनों से उप्र से आ रही ट्रालियों को रोक दिया गया था। मामले को नई अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान धर्मवीर मलिक ने उच्च अधिकारियों को समक्ष रखा। उच्च अधिकारी वी उमाशंकर आइएएस, मार्केटिग बोर्ड के सीए यादव मामले को लेकर जिला प्रशासन को निर्देश दिए। डीसी सुशील सारवान ने आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान धर्मवीर मलिक सहित डिप्टी डायरेक्टर एग्रीकल्चरल वीरेंद्र आर्य, एसपी शंशाक कुमार सावन के साथ बैठक कर मामले पर विचार किया। बैठक में फैसला लिया गया कि उत्तर प्रदेश से आने वाली पीआर धान, जिसकी सरकारी खरीद होती है पर प्रतिबंध लागू रहेगा। अन्य किस्म बासमति, 1121 की आवक पर रोक नहीं रहेगा। पीआर धान की पहचान के लिए सनौली बार्डर (यमुना बार्डर) पर कृषि विभाग का अधिकारी तैनात रहेगा जो पीआर धान का पहचान करेगा। दो दिन से रूकी सभी ट्रालियों की हरी झंडी मिल गई।

धर्मवीर मलिक ने इसके लिए अधिकारियों की आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इससे उन किसानों को राहत मिली है, जिनकी ट्राली रोक ली गई। मलिक ने कहा कि हरियाणा के जिन किसानों की जमीन उत्तर प्रदेश में है। और उनकी रजिस्ट्रेशन हरियाणा में हो चुकी है। उनकी धान का नहीं रोका चाहिए। उत्तर प्रदेश का किसान देश का किसान है। ऐसे में हम उनकी धान रोकते हैं तो आने वाले समय में हरियाणा का गन्ना बिकने यूपी जाएगा तो वे रोकेंगे। छह बजे के बाद धान न लाएं : सचिव

मार्केट कमेटी के सचिव एनके मान ने कहा कि यूपी से आने वाले पीआर धान पर पूर्ण प्रतिबंध लागू किया गया है। उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि वे छह बजे के बाद मंडी में धान लेकर नहीं आएं। नमी अधिक होने से धान की बोली में दिक्कत आ रही है। मंडियों में अब तक 71674 टन धान का आवक

डीसी सुशील सारवान ने बताया कि जिला की विभिन्न मंडियों में गत देर सांय तक कुल 71674 मीट्रिक टन धान की आवक हुई, जिसमें से 25177 मीट्रिक टन धान ग्रेड-ए तथा 7608 मीट्रिक टन धान कोमन व 1509 किस्म की 38124 मीट्रिक टन धान, बासमती/1121 किस्म की 765 मीट्रिक टन धान की आवक हुई है। उन्होंने बताया कि बाबरपुर मंडी में कुल 11440 मीट्रिक टन धान की आवक हुई। बापौली मंडी में कुल 3181 मीट्रिक टन धान की आवक हुई। इसराना मंडी में कुल 4651 मीट्रिक टन धान की आवक हुई। मडलौडा मंडी में कुल 7718 मीट्रिक टन धान की आवक दर्ज की गई। पानीपत मंडी में कुल 13087 मीट्रिक टन धान की आवक हुई। समालखा मंडी में कुल 30898 मीट्रिक टन धान की आवक हुई। सनौली मंडी में कुल 699 मीट्रिक टन धान की आवक दर्ज की गई। प्रावेट मिलर ने 38889 मीट्रिक टन धान खरीदा

जिला की मंडियों में 71674 मीट्रिक टन धान में से मिलर्स तथा डीलरों द्वारा 38889 मीट्रिक टन धान खरीद किया गया और हैफेड द्वारा 20722 मीट्रिक टन धान की खरीद की गई है, एफसीआई द्वारा 4341 मीट्रिक टन, एचडब्लयूसी द्वारा 7722 मीट्रिक टन धान की खरीद की गई।

वेयर हाउस के माध्यम से खरीद

बुधवार को पानीपत मंडी में करनाल के मिलर्स ने वेयर हाउस कारपोरेशन के माध्यम से पीआर धान की खरीद की। पीआर धान में 1114 क्वालिटी को ही खरीदा गया। पीआर में भी दो किस्म की धान आती है। उच्च क्वालिटी को 1960 व निम्न क्वालिटी को 1940 में खरीदा जाता है। मंडी में उच्च क्वालिटी की धान का ही खरीद गई। आठ हजार क्विंटल के लगभग पीआर निम्न क्वालिटी का धान बोली के इंतजार में है।

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