Paddy Procurement: पानीपत अनाज मंडी में टारगेट से तीन गुना फीस की वसूली, मार्केट कमेटी हुई मालामाल

पानीपत में गत सीजन में अनाज मंडी में 13.17 लाख क्विंटल धान की आवक हुई थी जिससे कमेटी को 1.77 करोड़ रुपये राजस्व प्राप्त हुए थे। बासमती 1121 व 1509 किस्म धान के रेट कम मिलने से किसान आढ़तियों और मार्केट कमेटी के कर्मचारी और अधिकारियों में मायूसी थी।

By Rajesh KumarEdited By: Publish:Tue, 16 Nov 2021 08:37 AM (IST) Updated:Tue, 16 Nov 2021 08:37 AM (IST)
Paddy Procurement: पानीपत अनाज मंडी में टारगेट से तीन गुना फीस की वसूली, मार्केट कमेटी हुई मालामाल
पानीपत अनाज मंडी में अभी भी हो रही धान की आवक।

समालखा(पानीपत), जागरण संवाददाता। पानीपत की अनाज मंडी में धान की आवक पिछले साल से कम है, लेकिन फीस तीन गुना अधिक आई है। औसतन 15 हजार क्विंटल की आवक अभी भी हो रही है, लेकिन 13 लाख का पिछला टारगेट पूरा करना मार्केट कमेटी को संभव नहीं लग रहा है। धान के अच्छे भाव से कर्मचारियों सहित किसानों में खुशी है। अभी तक करीब 9 लाख क्विटंल की आवक से मार्केट कमेटी को 5.30 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है।

पिछले साल 13.17 लाख क्विंटल हुई थी आवक

उल्लेखनीय है कि गत सीजन में अनाज मंडी में 13.17 लाख क्विंटल धान की आवक हुई थी, जिससे कमेटी को 1.77 करोड़ रुपये राजस्व प्राप्त हुए थे। बासमती, 1121 व 1509 किस्म धान के रेट कम मिलने से किसान और आढ़तियों के अतिरिक्त मार्केट कमेटी के कर्मचारी और अधिकारियों में मायूसी थी। आवक अधिक होने के बावजूद पिछले साल के 5.30 करोड़ का राजस्व टारगेट पूरा नहीं हो सका था। इस बार चालू सीजन में धान के भाव 2500 से 4000 के बीच होने से सभी को इसका लाभ मिला है।

सरकारी रेट पर बिकने वाले पीआर की आवक पिछले साल के 70 हजार से 13 हजार क्विंटल अधिक हुई है, जिसका फायदा भी सभी को मिला है। चालू सीजन में बासमती के रेट 38 से 39 सौ रुपये क्विंटल है। 1121 किस्म के रेट शुरू से 3 हजार के पार चल रहे हैं। भाव में सीजन के अंत तक तेजी भी राजस्व में इजाफे का कारण है।

फीस में वृद्धि का अधिक मिला लाभ

मार्केट कमेटी को टारगेट से अधिक राजस्व प्राप्ति का कारण फीस में वृद्धि है। पिछले साल फीस 50 पैसे प्रति सेकड़ा थी, जो इस बार दो रुपये है। फीस में चार गुना वृद्धि से आवक कम होने के बावजूद राजस्व वसूली में तीन गुना से अधिक की वृद्धि हुई है। वहीं पिछले साल के बराबर रकबे पर इस भी धान की खेती की गई है। कमेटी सचिव कृष्ण कुंड्डू ने बताया कि अच्छे भाव सहित फीस प्रतिशत में बढ़ोतरी से राजस्व में इजाफा हुआ है। नवंबर के अंत तक धान की आवक होती रहेगी। आवक के 13 लाख क्विंटल का टारगेट भी लगभग पूरा हो जाएगा।

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