कैथल में बारिश से किसानों को नुकसान, धान की फसल गिरी
कैथल में बुधवार को तेज बारिश हुई। सुबह से ही बारिश शुरू हो गई। बारिश की वजह से किसानों को नुकसान हुआ। 1509 धान और पीआर में सबसे ज्यादा नुकसान की संभावना जताई जा रही है। वहीं कई जगह फसल भी बिछ गई।
कैथल, जागरण संवाददाता। कैथल में बुधवार सुबह से बारिश जारी है। बारिश से जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली है। वहीं किसानों के चेहरे मुरझा गए है। क्योंकि 1509 धान व पीआर धान पककर खेतों में तैयार खड़ी है। इस फसल में नुकसान होने की संभावना है। वहीं धान मुच्छल, 1121 व कपास की फसल भी इस समय फल लिए हुए है। बारिश होने के बाद यह फल नीचे गिर जाएगा, इससे किसानों को नुकसान सहन करना पड़ेगा। कैथल कृषि विज्ञान केंद्र के मुख्य समन्यवक रमेश चंद्र का कहना है कि अब बारिश फसलों के लिए नुकसानदायक रहेगी। फसलों के गिरने का खतरा बना रहेगा। वहीं बारिश से तापमान में गिरावट आएगी। इससे लोगों को गर्मी से जरूर राहत मिलेगी। आगामी एक सप्ताह तक अधिकतम तापमान 28 डिग्री से 30 डिग्री सेल्सियस तक रहने की संभावना है। आगामी दो दिन तक अच्छी बारिश होने की संभावना है।
गलियों में कीचड़ जमा होने से लोगों को निकलने में हुई परेशानी
शहर व गांव की निचली कालोनियों में जलभराव हो गया है। लोगों को गांव की गलियों में कीचड़ जमा होने से लोगों को निकलने में परेशानी हुई है। शहर की निचली कालोनियों में जलभराव की समस्या रहती है।। करनाल रोड, ढांड रोड, छात्रावास रोड, भगत सिंह चौक, कमेटी चौक सहित शहर कई चौक पर बारिश से जलभराव हो जाता है।
खांसी, जुकाम व बुखार से रहे सावधान: डा. प्रदीप नागर
डा. प्रदीप नागर ने बताया कि मौसम में फेरबदल से खांसी, जुकाम व बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ती है। बदलते मौसम में गर्म पानी का सेवन करें, ठंडी वस्तुओं से परहेज करें। बदलते मौसम में वायरल फीवर के मामले बढ़ते हैं। बुजुर्गों के साथ बच्चे भी इसकी चपेट में आ सकते हैं। इस मौसम में बच्चों व बुजुर्गों को ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है।खानपान पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए।पौष्टिक आहार लेना चाहिए, इससे प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।शारीरिक परेशानी होती है तो चिकित्सक से परामर्श लें।