सिविल अस्पताल में कोरोना के कारण कई बीमारियों के ऑपरेशन बंद
अस्पताल के डिप्टी एमएस डा. अमित पोरिया ने बताया कि ऑपरेशन के लिए आने वाले मरीजों को कोरोना संक्रमित होने का खतरा रहेगा।
जागरण संवाददाता, पानीपत : सिविल अस्पताल अब आंख-नाक-कान, हार्निया, नसबंदी जैसे ऑपरेशन नहीं होंगे। कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने यह निर्णय लिया है। इतना ही नहीं, ओपीडी चालू रखनी है या बंद करनी है, इसके लिए बुधवार को महानिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं से मार्गदर्शन मांगा जाएगा।
अस्पताल के डिप्टी एमएस डा. अमित पोरिया ने बताया कि ऑपरेशन के लिए आने वाले मरीजों को कोरोना संक्रमित होने का खतरा रहेगा। गत वर्ष भी कोरोना महामारी फैलने पर 17 मार्च के बाद टाले जा सकने वाले ऑपरेशन बंद कर दिए गए थे। अतिआवश्यक सर्जरी, गर्भवती महिलाओं के सिजेरियन आपरेशन पूर्व की भांति होते रहेंगे। जिन स्थानों की फैसिलिटी बंद की गई है, वहां के डाक्टर व स्टाफ से कोविड-19 में काम लिया जाएगा।
डा. पोरिया के मुताबिक पोषण पुनर्वास केंद्र को आइसोलेशन वार्ड के रूप में डेवलप किया जाएगा। उच्चाधिकारियों की अनुमति से कुछ ओपीडी बंद की जाएंगी। साथ ही उन्होंने लोगों से कोरोना से बचाव के लिए जारी गाइडलाइन का पालन करने की अपील करते हुए कहा कि मास्क जरूर लगाएं और शारीरिक दूरी का भी ध्यान रखें।
एनएचएम कर्मी कोरोना जांच से पहले दें सूचना : डिप्टी सिविल सर्जन डा. शशि गर्ग ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के कर्मचारियों को निर्देश दिए कि अपना बचाव करते हुए ड्यूटी करें। किसी को खांसी-बुखार-श्वास लेने में दिक्कत है तो कार्यालय में सूचना दें, ताकि उसके स्वाब सैंपल की जांच कराई जाए और उसे आइसोलेट कराया जाए। बता दें कि एंबुलेंस के कुछ चालकों ने फ्लीट मैनेजर पर आरोप लगाया था कि वे कोरोना जांच कराने से रोक रहे हैं। इसी संबंध में डा. गर्ग ने निर्देश जारी किए हैं।