बीमा पालिसी के 10 लाख देने का झांसा देकर बुजुर्ग व्यापारी से डेढ़ लाख ठगे

ठगों ने मैच्योरिटी के बाद पालिसी के 10 लाख रुपये देने का झांसा देकर एकता विहार कालोनी के बुजुर्ग व्यापारी से डेढ़ लाख रुपये ठग लिए। ठगों ने अलग-अलग टैक्स बताकर राशि अपने खाते में जमा करा ली। इसके बाद से ठगों का फोन बंद है। पीड़ित ने एक परिचित से तीन फीसद ब्याज पर राशि लेकर ठगों के खाते में जमा कराई थी। आरोपित सीए उमा गाजियाबाद के मुरादनगर का है। एकता विहार कालोनी के राजेंद्र जैन ने पुलिस को शिकायत दी कि वह छोटा व्यापारी है। किराना का काम है। उन्होंने 2008 में बिरला सन लाइफ से बीमा कराया था जिसकी 25 हजार रुपये किस्त थी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 06:13 AM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 06:13 AM (IST)
बीमा पालिसी के 10 लाख देने का झांसा देकर बुजुर्ग व्यापारी से डेढ़ लाख ठगे
बीमा पालिसी के 10 लाख देने का झांसा देकर बुजुर्ग व्यापारी से डेढ़ लाख ठगे

जागरण संवाददाता, पानीपत : ठगों ने मैच्योरिटी के बाद पालिसी के 10 लाख रुपये देने का झांसा देकर एकता विहार कालोनी के बुजुर्ग व्यापारी से डेढ़ लाख रुपये ठग लिए। ठगों ने अलग-अलग टैक्स बताकर राशि अपने खाते में जमा करा ली। इसके बाद से ठगों का फोन बंद है। पीड़ित ने एक परिचित से तीन फीसद ब्याज पर राशि लेकर ठगों के खाते में जमा कराई थी। आरोपित सीए उमा गाजियाबाद के मुरादनगर का है।

एकता विहार कालोनी के राजेंद्र जैन ने पुलिस को शिकायत दी कि वह छोटा व्यापारी है। किराना का काम है। उन्होंने 2008 में बिरला सन लाइफ से बीमा कराया था, जिसकी 25 हजार रुपये किस्त थी। दो किस्त जमा कराने के बाद रिकार्ड में एक ही किस्त दिखाने पर उन्होंने वित्त मंत्रालय और फंड डिपार्टमेंट में शिकायत की। 2017 में उन्होंने किस्त और जुर्माने के 1.50 लाख रुपये जमा कराए। इसके बाद से वह किस्त भर रहे हैं। गत सात अप्रैल को उनके पास अजय शर्मा नामक युवक ने काल कर खुद को फंड डिपार्टमेंट का एजेंट बताया।

एजेंट ने उनके बीमे की फाइल संख्या बताकर सीए उमा के खाते में अलग-अलग टैक्स के मद में एक लाख 46 हजार 571 रुपये जमा करा लिए। इनके अलावा अशोक कुमार अस्थाना, अनुज मित्तल और जुगल किशोर जैन ने भी उनसे बात की। अब किसी का भी फोन नहीं लग रहा है। उनके साथ आरोपितों ने ठगी कर ली।

राजेंद्र जैन ने बताया कि उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। बीमा इसलिए कराया था कि बच्चों के काम आ सके। अब बीमा कंपनी के कर्मचारी समझकर वह ठगों के झांसे में आ गए। बीमा की रकम लेने के लिए उन्होंने ठगों के कहे अनुसार एक परिचित से तीन फीसद ब्याज पर डेढ़ लाख रुपये लेकर ठगों के खाते में में जमा कर दिए। वह हार्ट पेशेंट हैं। ठगी की घटना के बाद उनका पूरा परिवार परेशान है। थाना चांदनी बाद पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।

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