ओमिक्रोन का खतरा, पानीपत में टीबी-एचआइवी के हर मरीज की होगी कोरोना जांच
नए वेरिएंट ओमिक्रोन के साथ अब तीसरी लहर का डर सताने लगा है। स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट हो गया है। अब टीबी और एचआइवी मरीजों को भी कोरोनो की जांच करानी होगी। मेडिसिन ओपीडी को निर्देश पर्चे पर लिखें कोविड टेस्ट।
पानीपत, जागरण संवाददाता। कोरोना की दूसरी लहर तो दम तोड़ चुकी है। नए वेरिएंट ओमिक्रोन के साथ तीसरी लहर का डर सताने लगा है। स्वास्थ्य विभाग ने स्वाब सैंपलिंग और टीकाकरण में पूरी ताकत झोंक दी है। संक्रमित होने का डर शुगर, टीबी, एचआइवी, हार्ट के रोगियों को अधिक रहता है। नतीजा, विभाग ने हर मरीज की कोरोना जांच करने का निर्णय लिया है।
सिविल अस्पताल में रोजाना नए-पुराने 1000 से अधिक मरीज पहुंचते हैं। गर्भवती सहित लगभग 150 मरीज भर्ती भी किए जाते हैं। मेडिसिन ओपीडी और फ्लू कार्नर में रोजाना 200 से अधिक मरीज पहुंचते हैं। सिविल सर्जन डा. जितेंद्र कादियान ने निर्देश दिए हैं कि खांसी-जुकाम-बुखार के हर मरीज की कोरोना जांच ओपीडी स्लिप पर भी लिखें। पहले मरीज कोरोना का सैंपल देकर आए, इसके बाद रक्त संबंधी जांच लिखी जाए। जिला में टीबी के लगभग 3000, एचआइवी के 750 मरीज हैं। हर मरीज की कोरोना जांच के निर्देश दिए गए हैं। इनके लिए अस्पताल के प्रथम तल पर सैंपलिंग कार्नर बनाया जा रहा है। गैर संचारी रोग ओपीडी में शुगर, उच्च रक्तचाप, स्ट्रोक, कैंसर, हार्ट के रोगी परामर्श के लिए पहुंचते हैं। इन मरीजों का भी पहले तापमान जांचा जाएगा।
बुखार की संभावना दिखने पर कोरोना टेस्ट कराया जाएगा। इसी के साथ मरीजों को कोविड-19 गाइडलाइन की पालना करने के निर्देश भी चिकित्सक देंगे।
इन निर्देशों का करना होगा ख्याल
-मास्क पहनकर ही घर से बाहर निकलें।
-भीड़ वाले स्थानों पर दो गज की शारीरिक दूरी का पालन करें।
-घर या आफिस की खिड़कियां खोलकर रखें।
-हैंडवाश करते हुए भी संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है।
-विदेश से आए यात्री के संपर्क में आए हैं तो होम आइसोलेशन में रहें।
-बुखार-खांसी-जुकाम होने पर कोरोना की जांच अवश्य कराएं।
पुष्टि के लिए आरटीपीसीआर टेस्ट जरूरी
कोविड-19 के जिला नोडल अधिकारी डा. सुनील संडूजा ने बताया कि ओमिक्रोन वेरिएंट, पहले आए अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा की तुलना में तेजी से फैलता है। त्वरित जांच के लिए रैपिड एंटीजन टेस्ट कराया जाता है। कोरोना के हर संक्रमण की पुष्टि के लिए आरटीपीसीआर टेस्ट जरूरी है।