ये है चौटाला की लोकप्रियता: पार्टी 50 लोगों की हाजिरी को तरसती थी, रिहाई की खबर से बढ़ने लगी भीड़

इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला के रिहा किए जाने से इनेलो कार्यकर्ता एकजुट होने लगे हैं। पिछले कुछ‍ दिनों में पार्टी 50 लोगों के लिए तरसती थी। जींद से शुक्रवार सुबह सैकड़ों कार्यकर्ता ओमप्रकाश चौटाला के स्वागत में पहुंचेंगे दिल्ली।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Fri, 02 Jul 2021 08:30 AM (IST) Updated:Fri, 02 Jul 2021 08:30 AM (IST)
ये है चौटाला की लोकप्रियता: पार्टी 50 लोगों की हाजिरी को तरसती थी, रिहाई की खबर से बढ़ने लगी भीड़
ओमप्रकाश रिहा पर स्‍वागत करने पहुंचेंगे कार्यकर्ता।

जींद, [कर्मपाल गिल]। इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला शुक्रवार सुबह तिहाड़ जेल से रिहा हो जाएंगे। उनके स्वागत के लिए जींद ही प्रदेशभर से इनेलो कार्यकर्ताओं ने वीरवार से ही दिल्ली पहुंचना शुरू कर दिया। पार्टी के जिला प्रधान पूर्व विधायक रामफल कुंडू, महिला नेत्री सुमित्रा देवी, कर्ण सिंह अलेवा, शिबू जिंदल, सतीश जैन सहित जिले के सभी बड़े नेता अपने कार्यकर्ताओं के साथ दिल्ली पहुंचेंगे।

चौटाला के जेल से बाहर आने के बाद अब इनेलो का ग्राफ तेजी से ऊपर की तरफ बढ़ना तय है। इसका सीधा नुकसान जेजेपी व कांग्रेस को होगा। गांवों का जो किसान व मजदूर वर्ग जेजेपी व कांग्रेस से जुड़ गया था, अब वह वापस इनेलो में आना शुरू हो गया है। इसकी तस्वीर दो दिन पहले जींद में जिला कार्यकारिणी की मीटिंग में भारी भीड़ देखकर मिली थी। इनेलो के दोफाड़ होने के बाद पार्टी इतनी कमजोर हो गई थी कि पार्टी दफ्तर में होने वाली मीटिंग में 50 लोगों की हाजिरी को भी तरसते थे। कभी 15 लोग पहुंचते थे तो कभी 25 से 30 कार्यकर्ता ही आते थे। लेकिन ओमप्रकाश चौटाला की रिहाई की खबर मिलने के बाद जींद की जाट धर्मशाला में हुई जिला कार्यकारिणी की मीटिंग में पूरा हाल खचाखच भरा हुआ था। मीटिंग में ऐसे कार्यकर्ता भी मौजूद थे, जो कई साल से इनेलो से किनारा किए हुए थे। आलम यह था कि हाल में पैर रखने की जगह नहीं थी। यह देखकर खुद कार्यकर्ता तो खुश थे ही, इनेलो नेताओं के चेहरों पर अलग ही खुशी थी।

कार्यकर्ताओं की भीड़ देख अभय के चेहरे पर चमक लौटी

करीब दो साल बाद कार्यकर्ताओं की भीड़ देखकर अभय चौटाला के चेहरे पर भी चमक आनी शुरू हो गई है। चौधरी देवीलाल की विचारधारा को पसंद करने वाले काफी कार्यकर्ता जो दूसरी पार्टियों में चले गए थे, वे अभय के सामने मीटिंग में मौजूद रहे। इन कार्यकर्ताओं का उत्साह देखकर गदगद हुए अभय चौटाला यह कहने से भी नहीं चूके कि प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री चौधरी ओमप्रकाश चौटाला ही होंगे। हालांकि यह भविष्य के गर्भ में है, लेकिन जींद जिला चौटाला का गढ़ रहा है। चौधरी देवीलाल की बात करें या ओमप्रकाश चौटाला, या फिर दुष्यंत चौटाला की, जींद ने ही इस परिवार को हर संकट के समय में संजीवनी दी है।

जींद में होगा चौटाला का बड़ा स्वागत समारोह

जींद जिला बेशक विकास में पिछड़ा है, लेकिन सियासी गलियारों में इसे प्रदेश की राजनीतिक राजधानी कहा जाता रहा है। अब तक प्रदेश के जितने भी मुख्यमंत्री रहे, सबने जींद को ही अपनी राजनीतिक कर्मस्थली बनाया है। चौधरी बंसीलाल, देवीलाल, भूपेंद्र हुड्डा, दुष्यंत चौटाला सहित ज्यादातर बड़े नेता जींद की धरती पर रैलियां करके सत्ता की कुर्सी तक पहुंचे हैं। प्रदेश के मध्य में पड़ने वाले जींद से उठने वाली राजनीतिक आवाज का पूरे प्रदेश में असर पड़ता है। इसीलिए चौ. ओमप्रकाश चौटाला का जींद में बड़ा स्वागत समारोह किया जाएगा। इनेलो को उम्मीद है कि इस समारोह के जरिए पार्टी अपनी खोई प्रतिष्ठा वापस हासिल कर सकेगी।

किसान-मजदूर की एकता से मजबूत होगी इनेलो

इनेलो नेता कर्ण सिंह अलेवा बताते हैं कि कभी बसपा के वरिष्ठ नेता रहे प्रकाश भारती अपनी पूरी टीम के साथ इनेलो में शामिल हो गए थे। इस टीम में नरेश सारण, चतर सिंह कश्यप सहित हर जिले में बसपा के कई बड़े नेता था। यह टीम अब पूरी तरह इनेलो के हरे रंग में रम चुकी है और पूरी मेहनत कर रही है। गांवों में किसान और मजदूर की एकजुटता का समीकरण सब पर भारी रहता है। बसपा से जुड़ा मजदूर वर्ग और इनेलो का किसान वर्ग मिलकर दोबारा मिलकर इनेलो को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा सकता है।

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