उपलब्धियों के बल पर युवाओं के आदर्श बने ओलंपियन सुमित सांगवान, जानिए इनका सफर

आज अंतरराष्‍ट्रीय ओलंपिक डे है। ओलंपिक में हरियाणा के खिलाडि़यों का हमेशा से डंका रहा है। कभी कुश्‍ती को कभी बॉक्सिंग में खिलाडि़यों ने लोहा मनवाया है। करनाल के बॉक्‍सर सुमित सांगावन ने 16 वर्ष की उम्र में पदक जीतने का शुरू किया।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 04:13 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 04:13 PM (IST)
उपलब्धियों के बल पर युवाओं के आदर्श बने ओलंपियन सुमित सांगवान, जानिए इनका सफर
पत्‍नी के साथ अंतरराष्ट्रीय बाक्सर सुमित सांगवान।

करनाल, जेएनएन। ओलंपिक-डे पर अंतरराष्ट्रीय बाक्सर सुमित सांगवान का जिक्र अपने आप जुबां पर आ जाता है। गांव शेखपुरा सोहाना निवासी अंतरराष्ट्रीय बाक्सर सुमित सांगवान ने 11 वर्ष की उम्र से अपने करियर की शुरुआत की थी और फिर कभी पीछे मुड़़कर नहीं देखा।

अप्रैल-2012 में अस्ताना में एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर में स्वर्ण पदक जीतने के बाद सुमित सुर्खियों में आए। लंदन ओलंपिक-2012 में भाग ले चुके सांगवान 81 किलोग्राम भारवर्ग के मुकाबले खेलते रहे हैं। एक जनवरी 1993 को जन्मे सुमित सांगवान का 16 वर्ष की आयु से पदक जीतने का सिलसिला अभी तक थमा नहीं है। देश व शहर का नाम रोशन करने ओलंपियन सुमित से प्रेरितयुवा खिलाड़ी बाक्सिंग अपना रहे हैं।

माता-पिता ने किया प्रेरित

शेखपुरा सोहाना गांव निवासी किसान पिता सुरेंद्र सिंह और मां अनिता ने बेटे को हमेशा जीत के लिए प्रेरित किया। बीते दिसंबर को सुमित सांगवान और अनुष्का विवाह बंधन में बंधे लेकिन सुमित ने अभ्यास में कमी नहीं आने दी। अभ्यास में अनुष्का भी साथ देती हैं।

शादी के तीन माह बाद मार्च में स्पेन में 35वें बाक्सम इंटरनेशनल बाक्सिंग टूर्नामेंट के दौरान भारत की ओर से शानदार प्रदर्शन करते हुए सुमित ने सिल्वर मेडल कब्जाया। युवा खिलाड़ी सुरजीत, हरदीप, महावीर ने बताया कि सुमित सांगवान युवाओं के आइकन हैं। उनकी उपलब्धियों से प्रेरित होकर बाक्सिंग को अपनाया है। स्टेडियम के बाक्सिंग कोच सुरेंद्र चौहान ने बताया कि ओलंपिक-डे पर सुमित सांगवान का जिक्र लाजिमी है।

साइकिल रैली में हिस्सा लिया

युवा एवं खेल विभाग की ओर से ओलंपिक-डे पर साइकिल रैली निकाली गई। इस दौरान कर्ण स्टेडियम से खिलाड़ी सेक्टर-12 लघु सचिवालय से होते हुए वापस लौटे। सुमित सांगवान ने बताया कि युवाओं को नशे से दूर रहकर खेलों में हिस्सा लेना चाहिए। प्रदेश सरकार की ओर से अनेकों खिलाड़ियों को विश्व पटल पर खेलने का मौका मिला है। जिला खेल अधिकारी दिलबाग सिंह ने बताया कि विभाग के प्रशिक्षक और करीब 700 खिलाड़ी साइकिल रैली में हिस्सा लिया। ओलंपियन बाक्सर सुमित सांगवान विशेष तौर पर शिरकत कर खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया।

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