डिप्टी सीएम के 24 घंटे के अल्टीमेटम पर फटाफट कार्रवाई, लोगों को 'नायक' मूवी याद आई Panipat News

डिप्टी सीएम दुष्यंत के आदेश पर रिहायशी क्षेत्र से 24 घंटे में फैक्ट्री शिफ्ट कर दी गई। जिला उद्योग केंद्र के संयुक्त निदेशक के नेतृत्व में फायर अफसर व पुलिस की देखरेख में कार्रवाई।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Sat, 14 Dec 2019 12:10 PM (IST) Updated:Sat, 14 Dec 2019 05:31 PM (IST)
डिप्टी सीएम के 24 घंटे के अल्टीमेटम पर फटाफट कार्रवाई, लोगों को 'नायक' मूवी याद आई Panipat News
डिप्टी सीएम के 24 घंटे के अल्टीमेटम पर फटाफट कार्रवाई, लोगों को 'नायक' मूवी याद आई Panipat News

पानीपत, जेएनएन। नायक मूवी तो याद ही होगी। अनिल कपूर, एक दिन के सीएम। हां, बिल्कुल। कुछ ऐसा ही देखने को मिला पानीपत में। एक मामले की शिकायत पर जब डिप्टी सीएम ने 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया तो अधिकारी दौड़ते भागते पहुंचे और कार्रवाई की। मामला कष्ट निवारण समिति से जुड़ा हुआ है। 

कष्ट निवारण समिति में आई शिकायत पर कार्रवाई करते हुए जिला उद्योग केंद्र ने रिहायशी क्षेत्र से फैक्ट्री को शिफ्ट करवा दिया। कष्ट निवारण समिति की बैठक प्रवीण ने फैक्ट्री में ध्वनि प्रदूषण का मुद्दा उठाया था। शिकायत पर कष्ट निवारण समिति की अध्यक्षता कर रहे डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने जिला उद्योग केंद्र के अधिकारियों को तलब किया। 

 

पुलिस बल लेकर पहुंच गए अधिकारी

जिला उद्योग केंद्र के संयुक्त निदेशक को 24 घंटे में फैक्ट्री के खिलाफ कार्रवाई कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए। साथ ही कार्रवाई की रिपोर्ट भी उन्हें भेजने के लिए कहा गया। डिप्टी सीएम के आदेशों की पालना करते हुए दमकल विभाग अधिकारियों सहित संयुक्त निदेशक उद्योग केंद्र आरके राणा फैक्ट्री में पहुंचे। टीम के साथ पुलिस बल भी था। 

फैक्ट्री में होती थी तिरपाल की सिलाई

डीके इंडस्ट्रीज के नाम से इस फैक्ट्री में तिरपाल की सिलाई होती थी। पहले यहां गोदाम बना हुआ था। टीम फैक्ट्री को सील करने के लिए पहुंची थी। फैक्ट्री के पास फायर विभाग की एनओसी नहीं थी। टीम के पहुंचने पर फैक्ट्री मालिक ने अपनी मशीन उठा ली। शिकायतकर्ता प्रवीण कार्रवाई से संतुष्ट है। उसने लिख कर शिकायत को फाइल करने के लिए कहा। जिला उद्योग केंद्र ने कार्रवाई रिपोर्ट कष्ट निवारण समिति के अध्यक्ष को भेज दी।  

 

जिला उद्योग केंद्र के संयुक्त निदेशक आरके राणा से सीधी बातचीत 

प्रश्न : कष्ट निवारण समिति में 24 घंटे में फैक्ट्री के खिलाफ कार्रवाई आदेश दिए गए थे

उत्तर : 24 घंटे के अंदर फैक्ट्री को रिहायशी क्षेत्र से हटवा दिया गया है। 

प्रश्न : पानीपत में कितने उद्योग रिहायशी क्षेत्र में लगे हुए हैं। 

उत्तर : हजारों उद्योग रिहायशी क्षेत्र में लगे हैं। 

प्रश्न : दिल्ली में एक फैक्ट्री में आगजनी में 43 लोगों की मौत हो चुकी है। यहां के उद्योगों की क्या स्थिति है

उत्तर : पानीपत में हजारों उद्योग है जो रिहायशी क्षेत्र में लगे हैं। इनमें आग बुझाने के लिए प्रबंध है या नहीं इसकी  जानकारी ली जा रही है। उद्योगों में सर्वे शुरू कर दिया गया है। चार टीमों को सर्वे पर लगाया गया है। 

प्रश्न : सबसे पहले किस क्षेत्र में सर्वे शुरू किया गया है 

उत्तर : विद्यानंद कॉलोनी, देसराज कालोनी, कुटानी रोड पर सर्वे शुरु किया गया। सेक्टरों में सर्वे नहीं किया जा रहा।  

प्रश्न : कितने समय में सर्वे होगा पूरा 

उत्तर - दो तीन महीने लग सकते हैं। 

प्रश्न : जो उद्योग नियम का पालन नहीं कर रहे उनके खिलाफ कार्रवाई कब होगी

उत्तर : उन उद्योगों का पता लगाया जा रहा जिनमें दमकल की एनओसी नहीं है। जिन उद्योगों के पास फायर की एनओसी नहीं होगी उनके खिलाफ कार्रवाई साथ के साथ की जाएगी।  

दैनिक जागरण ने उठाया था मुद्दा 

दिल्ली में फैक्ट्री में आग लगने से 43 लोगों की मौत होने पर पानीपत के रिहायशी क्षेत्र में लगे टेक्सटाइल उद्योगों में सुरक्षा प्रबंधों की मुद्दा दैनिक जागरण ने उठाया था। जिस पर कार्रवाई करते हुए जिला उद्योग केंद्र ने फायर विभाग से मिलकर सर्वे शुरू करवाया है। सर्वे में दोनों विभाग के अधिकारी शामिल हैं। चार टीमें लगाई गई है। 

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