अब सीधे स्कूल के बैंक खाते में जाएगा लैब सहायक व कम्प्यूटर शिक्षकों का वेतन

प्रदेश के राजकीय स्कूलों में कार्यरत कम्प्यूटर संकाय के शिक्षकों व लैब सहायकों को लेकर खबर है। स्कूल शिक्षा निदेशालय ने अब इनका वेतन सीधे संबंधित स्कूल के बैंक खाते में पहुंचाने का फैसला लिया है ताकि उन्हें आसानी से समय पर वेतन मिल सके।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 14 Nov 2021 06:56 PM (IST) Updated:Sun, 14 Nov 2021 06:56 PM (IST)
अब सीधे स्कूल के बैंक खाते में जाएगा लैब सहायक व कम्प्यूटर शिक्षकों का वेतन
अब सीधे स्कूल के बैंक खाते में जाएगा लैब सहायक व कम्प्यूटर शिक्षकों का वेतन

जागरण संवाददाता, पानीपत : प्रदेश के राजकीय स्कूलों में कार्यरत कम्प्यूटर संकाय के शिक्षकों व लैब सहायकों को लेकर खबर है। स्कूल शिक्षा निदेशालय ने अब इनका वेतन सीधे संबंधित स्कूल के बैंक खाते में पहुंचाने का फैसला लिया है, ताकि उन्हें आसानी से समय पर वेतन मिल सके। जोकि पहले डीपीसी व बीआरसी के माध्यम से आता था। इसको लेकर निदेशालय की तरफ से प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर निर्देश देने के साथ अक्टूबर माह की उपस्थिति की रिपोर्ट भी मांगी है।

गौरतलब है कि प्रदेश के राजकीय सेकेंडरी स्कूलों में कम्प्यूटर लैब खोली गई है, ताकि विद्यार्थी शिक्षा के साथ साथ कम्प्यूटर का ज्ञान भी हासिल कर सकें। इसको लेकर विभाग की ओर से स्कूलों में कम्प्यूटर संकाय के शिक्षकों के साथ लैब सहायकों की नियुक्ति की हुई है। निदेशक सेकेंडरी शिक्षा हरियाणा, पंचकुला के पत्र के मुताबिक स्कूलों में नियुक्त कम्प्यूटर संकाय के शिक्षकों व लैब सहायकों के अक्टूबर माह के पारिश्रमिक (वेतन) का भुगतान किया जाना है।

इनके पारिश्रमिक की प्राप्ति और संवितरण के लिए स्कूल द्वारा उपयोग किए जाने वाले पारिश्रमिक को सीधे स्कूल के बैंक खाते में स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया है। ऐसे में निदेशालय ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि कम्प्यूटर संकाय के शिक्षकों के साथ लैब सहायकों की अक्टूबर माह की उपस्थिति की समेकित रिपोर्ट के साथ-साथ संबंधित स्कूलों के बैंक खातों का विवरण भी भेजे, जोकि वर्तमान में कंप्यूटर संकाय शिक्षक व लैब सहायक के पारिश्रमिक की प्राप्ति और संवितरण के लिए उपयोग किए जा रहे हैं। ये सभी निदेशालय को ईमेल के जरिये भेजना है।

निदेशालय ने साफ कहा है कि अधिकारी इसे प्राथमिकता के साथ करें। उक्त दोनों की उपस्थिति पूर्ण हो तथा कोई भी प्रकरण छूटे नहीं। यदि कोई कोताही बरती जाती है तो अधिकारी उसके लिए स्वयं जिम्मेदार होंगे।

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