आयुष इकाइयां सस्ते रेट में बना सकेंगी आयुर्वेदिक सैनिटाइजर
आयुर्वेदिक दवा बनाने वाली इकाइयों की संस्था आयुर्वेदिक ड्रग्स मैन्युफैक्चरर एसोसिएशन (एडीएमएएच) को हाई कोर्ट से बड़ी कामयाबी मिली है। सैनिटाइजर बनाने में प्रयुक्त होने वाले डी नेचरड एल्कोहल को पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट ने एक्साइज डिपार्टमेंट के नियंत्रण से मुक्त कर दिया है।
पानीपत (विज्ञप्ति) : आयुर्वेदिक दवा बनाने वाली इकाइयों की संस्था आयुर्वेदिक ड्रग्स मैन्युफैक्चरर एसोसिएशन (एडीएमएएच) को हाई कोर्ट से बड़ी कामयाबी मिली है। सैनिटाइजर बनाने में प्रयुक्त होने वाले डी नेचरड एल्कोहल को पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट ने एक्साइज डिपार्टमेंट के नियंत्रण से मुक्त कर दिया है। यह जानकारी एसोसिएशन आफ हरियाणा के चेयरमैन कमल भाटिया एवं वरिष्ठ उप प्रधान अशोक छाबड़ा ने दी।
भाटिया ने यहां जारी प्रेस बयान में कहा कि कोरोना की तीसरी लहर की आहट के बीच हाई कोर्ट का ये फैसला अपने आप में तीज के त्योहार की अग्रिम सौगात लेकर आया है। एसोसिएशन सैनिटाइजर के निर्माण हेतु बहुत समय पहले से एक्साइज डिपार्टमेंट से इएनए की जगह डी नेचरड एल्कोहल देने का आग्रह कर रही थी। इएनए का कोटा एवं परमिट लेने के लिए तरह-तरह की बाध्यताएं होती थीं। समय और धन दोनों की बर्बादी होती थी। हाई कोर्ट के फैसले से प्रदेश भर की लगभग 1247 आयुर्वेदिक इकाइयों को फायदा मिलेगा। अब ये आयुष इकाइयां प्रचुर मात्रा में और सस्ते रेट में आयुर्वेदिक सैनिटाइजर का उत्पादन कर सकेंगी।