Online FIR: अब करनाल में पीड़ितों को नहीं काटने पड़ेंगे थाने के चक्कर, 20 साल पुरानी एफआइआर भी होगी आनलाइन
अब पीडि़तों को 20 साल पुरानी एफआइआर के लिए थाने के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। हाईटेक हुए पुलिस विभाग ने आनलाइन अपडेट किया रिकार्ड वहीं से ले सकेंगे प्रति। साल 2000 से लेकर अब तक एफआइआर का रिकार्ड अपलोड कर दिया गया।
करनाल, जागरण संवाददाता। पीड़ितों को अब अपने किसी भी मामले को लेकर 20 साल पहले तक की एफआइआर के लिए पुलिस थानों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। उन्हें यह आनलाइन ही मिल जाएगी। इससे उनका समय व पैसा बचेगा वहीं पुलिस विभाग को भी पुराना रिकार्ड बार-बार तलाश करने में पसीना नहीं बहाना पड़ेगा। सरकार के अन्य विभागों के साथ-साथ पुलिस विभाग भी लगातार हाईटेक हाेता जा रहा है। इसी कड़ी में विभाग ने हर थाने से संबंधित वर्ष 2000 से लेकर अब तक की एफआईआर आनलाइन अपडेट कर दी है, ताकि जरूरत अनुसार यह काम आ सके।
बता दें कि पहले वर्ष 2015 से ही यह रिकार्ड अपडेट किया गया था, लेकिन जिन लोगों को इससे पहले के रिकार्ड की जरूरत थी, उन्हें इसके लिए पुलिस थानों के चक्कर काटने को मजबूर होना पड़ता था। इसमें उनकी समय व पैसे की बर्बादी होती थी तो पुलिस को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता था। वहीं पुलिस ने अन्य रिकार्ड भी दुरूस्त कर आनलाइन किया है, ताकि लोगों को इसका फायदा हो सके।
कोई भी पीड़ित उठा सकेगा फायदा
एसपी गंगा राम पूनिया का कहना है कि विभाग हाईटेक होने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। इसी कड़ी में पिछले 20 साल तक की एफआईआर आनलाइन कर दी गई है। पुलिस से जुड़ा अधिकतर रिकार्ड आनलाइन किया जा चुका है जबकि इसमें समय-समय पर अपडेट भी किया जाता रहा है। आइटी विंग लगातार प्रयासों में जुटी है, जिसका विभाग के साथ-साथ आम लोगों को भी फायदा होगा। वे कोई भी एफआईआर अपलोड कर सकेंगे।