यूपी के पीएससी जवानों को हरियाणा पुलिस ने बनाया बधंक, अवैध खनन बनी वजह

उत्‍तर प्रदेश की पीएसी के नौ जवानों को हरियाणा पुलिस ने बंधक बना लिया। यमुनानगर थाना पुलिस ने डंपर पकड़ने आई टीम को पीसीआर में बैठा लिया। इसकी सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Mon, 28 Sep 2020 05:00 PM (IST) Updated:Mon, 28 Sep 2020 05:00 PM (IST)
यूपी के पीएससी जवानों को हरियाणा पुलिस ने बनाया बधंक, अवैध खनन बनी वजह
अवैध खनन को लेकर यूपी के पीएसी के नौ जवानों को हरियाणा पुलिस ने पकड़ा।

पानीपत/यमुनानगर, जेएनएन। यमुनानगर के प्रतापनगर थाना क्षेत्र के बेलगढ़ के पास खनन को लेकर उत्तर प्रदेश और हरियाणा के ठेकेदारों में रविवार को विवाद हो गया। उत्तर प्रदेश की पीएसी (प्रादेशिक आर्म्‍ड कांस्टेबुलेरी) ने अवैध रूप से यमुनानगर की सीमा में घुस कर खनन सामग्री से भरे तीन डंपरों को पकड़ लिया। मामला तनावपूर्ण हुआ तो एसपी यमुनानगर कमलदीप गोयल, यमुनानगर व बिलासपुर के डीएसपी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे।

डंपर पकडऩे की अनुमति न होने पर यमुनानगर से गई पुलिस ने पीएसी के नौ जवानों को बंधक बनाकर पीसीआर में बिठा लिया। हालांकि बाद में उन्हें वहीं छोड़ दिया गया। मामले को सुलझाने के लिए बेहट एसडीएम दीप्ति देव और खनन अधिकारी मौके पर पहुंचे। एसपी ने एसडीएम को यमुना नदी की निशानहेदी कराने को कहा, ताकि भविष्य में किसी तरह का गतिरोध पैदा न हो।

आरोप था कि उत्तर प्रदेश सीमा से अवैध खनन कर रेत डंपरों में लाया गया है। जबकि यमुनानगर की मुबारकपुर रायल्टी कंपनी के कर्मचारियों ने उप्र सीमा में प्रवेश करने की बात को नकार दिया। इसके बाद भी जब पीएसी जवान डंपरों को जबरदस्ती उप्र ले जाने लगे। इस पर रायल्टी कंपनी के कर्मचारियों ने विरोध जताया।

इस दौरान थाना प्रतापनगर से भी पुलिस पहुंच गई। घटना की सूचना पाते ही एसपी, डीएसपी यमुनानगर राजिंद्र सिंह व डीएसपी बिलासपुर आशीष चौधरी, एसडीएम जगाधरी दर्शन सिंह भी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने पीएसी से उत्तर प्रदेश की सीमा में खनन करने के सबूत के तौर फोटो या फिर वीडियो होने की बात पूछी। जिस पर कोई सबूत नहीं दिखा सका।

एसपी कमलदीप गोयल ने बताया कि पीएसी के जवानों ने जहां से डंपर पकड़े वो उसे उत्तर प्रदेश की सीमा समझ रहे थे। खनन ठेकेदार हरियाणा की सीमा में ही खनन कर रहे थे। बेहट एसडीएम को निशानदेही कराने के लिए कहा गया है।

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