पैदा होते ही नवजात को छत पर रखने के मामले में नया मोड़, अविवाहित मां से हुआ था दुष्‍कर्म

यमुनानगर में पैदा होते ही शौचालय की छत पर नवजात को फेंकने के मामले में पर्दाफाश हो गया है। अविवाहित मां से शादी का झांसा देकर दुष्‍कर्म किया गया था। इसके बाद बच्‍चे को अपनाने से भी इन्‍कार कर दिया।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 05:27 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 05:27 PM (IST)
पैदा होते ही नवजात को छत पर रखने के मामले में नया मोड़, अविवाहित मां से हुआ था दुष्‍कर्म
नवजात को शौचालय छत में फेंकने का मामला।

यमुनानगर, जागरण संवाददाता। बच्चे को जन्म देकर उसे शौचालय की छत पर रखने वाली अविवाहित मां नाबालिग निकली। परिजनों ने उसकी उम्र से संबंधित दस्तावेज दिखाए जिनके हिसाब से उसकी उम्र 17 साल है। पुलिस ने उससे दुष्कर्म करने के आरोप में जगाधरी की वासुदेव कालोनी निवासी राजकुमार के खिलाफ पोक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

किशोरी की मां ने थाना शहर जगाधरी पुलिस को दी शिकायत में कहा कि उसकी बेटी 17 साल की है। जगाधरी की वासुदेव कालोनी निवासी राजकुमार उसके बेटे का दोस्त है। दोस्त होने के नाते राजकुमार का उनके घर पर आना जाना लगा रहता था। इसी दौरान राजकुमार ने उसकी बेटी को बातों में उलझा लिया। उसने बेटी को शादी करने का झांसा दिया। वह उसकी बातों में आ गई।

गत वर्ष राजकुमार उसकी बेटी को बहला फुसला कर अपने साथ सेक्टर-18 के टाउन पार्क में लेकर गया जहां पर उसके साथ दुष्कर्म किया। बेटी ने विरोध किया तो आरोपित कहने लगा कि वह उसके साथ शादी करेगा। कुछ दिन पहले बेटी ने राजकुमार को बताया कि वह गर्भवती हो गई है। इसलिए वह उससे शादी कर ले। परंतु राजकुमार ने उसके साथ शादी करने से मना कर दिया और उसके बेटे को भी अपनाने से मना कर दिया। महिला ने बताया कि 26 जुलाई को उसकी नाबालिग बेटी ने एक बच्चे को जन्म दिया और उसे कपड़े में लपेट कर शौचालय की छत पर रख दिया। उन्हें जब इस बात का पता चला तो थाने में शिकायत दी। मामले की जांच कर रही एएसआइ पूनम रानी का कहना है कि राजकुमार के खिलाफ पोक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है। मामले की छानबीन की जा रही है।

यह था मामला

26 जुलाई को जगाधरी की एक कालोनी में शौचालय की छत पर कपड़े में लिपटा हुआ एक दिन का बच्चा मिला था। वह बरसात में भीग रहा था। जिसका उपचार फिलहाल पीजीआइ चंडीगढ़ में चल रहा है। जांच में पता चला कि यह बच्चा उक्त दुष्कर्म पीड़िता का है। घर के शौचालय में किशोरी ने अपनी डिलीवरी खुद ही की थी। सुबह जब उसकी तबीयत खराब हुई तो उसे सिविल अस्पताल जगाधरी में भर्ती कराया गया। परिजन बेटी को बालिग बता रहे थे लेकिन उम्र संबंधित दस्तावेज नहीं मिलने के कारण उसकी उम्र की सही जानकारी नहीं मिल रही थी। पूछताछ में किशोरी ने राजकुमार का नाम बताया था।

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