करनाल में अजब-गजब फरमान, कोरोना टेस्टिंग के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी, फिर तय होगा जांच होगी या नहीं

करनाल में कोरोना जांच के लिए नया फरमान जारी हो गया है। पहले रजिस्ट्रेशन कराना होगा। उसके बाद जांच होगी। नए फरमान से दिक्कतें बढ़ सकती हैं। बिना लक्षण वाले जांच के दायरे से दूर रह सकते हैं। इससे हालात बिगड़ सकते हैं।

By Umesh KdhyaniEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 06:30 AM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 06:30 AM (IST)
करनाल में अजब-गजब फरमान, कोरोना टेस्टिंग के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी, फिर तय होगा जांच होगी या नहीं
पहले रजिस्ट्रेशन कराना है। पर्ची लेकर चिकित्सक के पास जाना है। चिकित्सक कहेगा तो जांच होगी।

करनाल, जेएनएन। एक तरफ लोग कोरोना महामारी से जूझ रहे हैं, लेकिन हाल ही में जारी हुए नए फरमान ने लोगों को चिंता में डाल दिया है। नए फरमान के मुताबिक कोरोना की जांच कराने के लिए उसे पहले रजिस्ट्रेशन कराना होगा। उसके बाद चिकित्सक तय करेगा कि उसका टेस्ट किया जाए या नहीं। हालांकि पहले ऐसा नहीं था।

नागरिक अस्पताल में रजिस्ट्रेशन काउंटर पर लाइन में लगे कुछ लोगों से दैनिक जागरण ने बातचीत की। लोगों ने बताया कि उन्होंने कोरोना की जांच करानी है। पहले रजिस्ट्रेशन कराना है। इसके बाद यह पर्ची लेकर चिकित्सक के पास जाना है। चिकित्सक यदि कहेगा तो जांच होगी नहीं तो नहीं होगी। इस फरमान से यह तो तय है कि बिना लक्षण वाले मरीजों को जांच से दूर रखा जा रहा है। लेकिन ऐसा क्यों? चिकित्सक भी उन्हीं को जांच के लिए तवज्जो दे रहे हैं जिनको कुछ लक्षण हैं। लेकिन इस समय बिना लक्षण वाले मरीज भी कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं।

बढ़ रही मरीजों की तादाद, नया प्रयोग ना पड़ जाए भारी

जिले में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है। अब रोजाना संक्रमितों का आंकड़ा 300 के पार हो गया है। लेकिन ऐसे में सवाल यह उठता है कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से ऐसे समय में यह प्रयोग किया जा रहा है जब कोरोना के मामले लगतार बढ़ रहे हैं। बिना लक्षण वाले भी संक्रमित मिल रहे हैं।

इसलिए घातक साबित हो सकता है यह प्रयोग

कोरोना आशंकित मरीज पहले रजिस्ट्रेशन काउंटर पर लाइन में लगेंगे। इस लाइन में सामान्य बीमारियों से ग्रस्त मरीज व उनके तिमारदार भी लाइन में लगे होते हैं। रजिस्ट्रेशन काउंटर पर शारीरिक दूरी के नियम अक्सर टूटते दिखाई देते हैं। ऐसे में संभव है कि कोई कोरोना संक्रमित मरीज अन्य लोगों को भी संक्रमित कर सकता है। यह प्रयोग स्वास्थ्य विभाग के लिए घातक साबित हो सकता है।

जिले में यह है कोरोना की स्थिति

स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिकजिले में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण से आशंकित कुल 288701 व्यक्तियों के सैंपल लिए गए हैं। जबकि इनमें से 266428 की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। जिले में अब तक 17702 मामले संक्रमित पाए गए हैं। अब तक 185 मरीजों की मौत हो चुकी है। जिले में सक्रिय केसों की संख्या बढ़कर 2252 एक्टिव तक पहुंच गई है। 15265 मरीज ठीक होकर अपने घर चले गए हैं। जिला में मंगलवार को 324 नए केस पोजिटिव पाए गए हैं और 243 मरीज ठीक हुए हैं।

आठवीं कक्षा तक की 30 अप्रैल तक रहेंगी छुट्टियां

डीसी निशांत कुमार यादव ने कहा कि जिला के सभी सरकारी व निजी स्कूलों में पहली से आठवीं तक कक्षाओं की आगामी 30 अप्रैल तक छुट्टïी रहेगी। यद्यपि अध्यापक स्कूलों में परिणाम तैयार करने जैसे प्रशासनिक कार्यों के लिए उपस्थित हो सकेंगे। दाखिला व अन्य कार्य भी बिना किसी बदलाव के जारी रहेंगे। लेकिन कोविड-19 के दृष्टिगत सामाजिक दूरी, फेस मास्क का प्रयोग, सैनिटाईजेशन, हाथों की सफाई जैसी सावधानियां सख्ती से पालन की जाएंगी। महिला एवं बाल विकास विभाग के सभी आंगनवाड़ी केंद्र और क्रैच भी आगामी 30 अप्रैल तक बंद रहेंगे।

ये र्काक्रम रहेंगे पूरी तरह से बैन

कोरोना वायरस को फैलने से रोकने को लेकर विवाह, रिंग सैरेमनी, जागरण, सत्संग, सामाजिक, राजनैतिक, खेल, धार्मिक कार्यक्रम इत्यादि को करने के लिए दी गई अनुमति को तत्काल रूप से वापस ले लिया गया है। आदेश में कहा गया है कि इसके बावजूद यदि कोई व्यक्ति इनका उल्लंघन करता पाया गया तो उसके विरूद्घ राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के तहत कानूनी कार्यवाही की जाएगी। यह आदेश तत्काल लागू होकर आगामी आदेशों तक प्रभावी रहेंगे।

गंभीर लक्षण पर बिना रजिस्ट्रेशन टेस्ट

नागरिक अस्पताल के पीएमओ डा. पीयूष शर्मा ने कहा कि कोरोना टेस्ट के लिए रजिस्ट्रेशन कराया जा रहा है। ताकि पता चले कि अस्पताल में कितना काम हुआ है। शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए गार्ड तैनात किए गए हैं। गंभीर लक्षण वाले मरीज आते हैं तो उनके बिना रजिस्ट्रेशन टेस्ट कराए जा रहे हैं।

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