NEET Result: पानीपत के अंशुल ने नीट यूजी में हासिल किए 700 अंक, न्यूरो सर्जन बनने का है लक्ष्य

पानीपत के अंशुल का कहना है कि कुछ लोग अल्जाइमर जैसे न्यूरोडीजेनेरेटिव विकार से अपने बच्चों तक को भूल सकते हैं। यहां तक कि खुद की समझ भी खो सकते हैं। ऐसा किसी के साथ नहीं होना चाहिए। लोगों के इलाज के लिए वह न्यूरो सर्जन बनना चाहते हैं।

By Naveen DalalEdited By: Publish:Tue, 02 Nov 2021 08:40 PM (IST) Updated:Tue, 02 Nov 2021 08:40 PM (IST)
NEET Result: पानीपत के अंशुल ने नीट यूजी में हासिल किए 700 अंक, न्यूरो सर्जन बनने का है लक्ष्य
पानीपत के अंशुल सिवाच ने 720 में से 700 अंक हासिल किए।

गरण संवाददाता, पानीपत। राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट- यूजी) में सेक्टर 18 के रहने वाले अंशुल सिवाच ने 720 में से 700 अंक हासिल कर 181वां रैंक हासिल किया। अंशुल को एमबीबीएस के बाद न्यूरोसर्जन बनना है। आठवीं क्लास में ही तय कर लिया था कि डाक्टर बनना है। तभी से तैयारी भी शुरू कर दी। 12वीं के दौरान तो घर से बाहर निकलना भी बंद कर दिया।

दिन में आठ से दस घंटे तक किताबों के बीच ही बीतते

परिवार के सदस्य रिश्तेदारों के घर जाते, लेकिन अंशुल साथ जाने से इन्कार कर देते। थक जाने पर तरोताजा होने के लिए लैपटाप पर थ्री इडियट्स फिल्म देखने लगते। क्या आप यकीन करेंगे कि अंशुल का फेसबुक अकाउंट तक नहीं है। पढ़ाई के लिए ही वाट्सएप का इस्तेमाल करते। अंशुल का कहना है कि फोकस एक ही जगह पर होना चाहिए। उसका परिणाम सुखद आता ही है।जागरण से बातचीत में अंशुल ने बताया कि 12वीं की पढ़ाई के बाद उन्होंने पूरा फोकस नीट परीक्षा पर दे दिया था। रात को एक बजे तक पढ़ाई करते। सुबह नौ बजे फिर से आनलाइन क्लास शुरू हो जाती। दिन में आठ से दस घंटे तक किताबों के बीच ही बीतते।

अंशुल का कहना है कि कुछ लोग अल्जाइमर जैसे न्यूरोडीजेनेरेटिव विकार से अपने बच्चों तक को भूल सकते हैं। यहां तक कि खुद की समझ भी खो सकते हैं। ऐसा किसी के साथ नहीं होना चाहिए। लोगों के इलाज के लिए वह न्यूरो सर्जन बनना चाहते हैं। उन्होंने आठवीं क्लास में आकाश इंस्टीट्यूट के फाउंडेशन कोर्स में दाखिला लिया था। आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर आकाश चौधरी ने अंशुल को बधाई दी है।

कोरोना काल ने इरादा मजबूत किया

अंशुल ने जागरण से बातचीत में कहा कि कोरोना काल ने डाक्टर बनने के लिए उनका इरादा और मजबूत किया। वह अखबारों में पढ़ते, टीवी में देखते कि किस तरह डाक्टर लोगों की जान बचा रहे हैं। अपनी जान खतरे में डालकर दिन-रात सेवा कर रहे हैं। वह खुद भी वैसा ही बनना चाहते हैं। वह सरकारी अस्पताल में सेवा देना चाहेंगे। उन्हें उम्मीद है कि दिल्ली के मौलाना आजाद मेडिकल कालेज या वर्धमान महावीर मेडिकल कालेज में दाखिला मिल जाएगा।

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र। धर्मनगरी के होनहार नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) में छा गए। लंबे समय तक रुका परीक्षा परिणाम मिलने के बाद युवाओं ने राहत की भी सांस ली। अब उनका डाक्टर बनने का रास्ता साफ हो गया है। घर और शिक्षण संस्थान में युवाओं को बधाइयों का सिलसिला जारी रहा।

वीनित और वंशिका ने नाम रोशन किया

आकाश इंस्टीट्यूट के केंद्र प्रबंधक मुकेश मैहता ने बताया कि नीट की परीक्षा में संस्थान के विद्यार्थियों का शानदार प्रदर्शन रहा। वीनित अग्रवाल ने 905 रैंक प्राप्त की। इसके साथ वंशिका खंडूजा ने 1008, उर्वी बतरा ने 1364, हेमंत कुमार ने 2332, झलक जांगड़ा 3497, अंशिका चौधरी ने 4758, अर्चित ने 5856, नव्या जिंदल ने 8179, उर्वशी सिंगला ने 8874, वंदना ने 10108, योगेश्वर ने 10812 व जैसमीन ने 12585 रैंक प्राप्त की है। उन्होंने बताया कि अब युवा नीट की काउंसिलिंग में शामिल होकर कालेज चयन कर सकेंगे।

कुरुक्षेत्र गुरुकुल के दो छात्रों ने पास की परीक्षा

गुरुकुल कुरुक्षेत्र में छात्र अमन शर्मा और गौतम कुमार ने नीट की परीक्षा में सफलता प्राप्त की है। गुजरात के राज्यपाल एवं गुरुकुल के संरक्षक आचार्य देवव्रत ने गुरुकुल स्टाफ और विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी और प्रधान कुलवंत सिंह सैनी ने निदेशक व प्राचार्य कर्नल अरुण दत्ता, सह प्राचार्य शमशेर सिंह सहित समस्त स्टाफ को मिठाई खिलाई।

प्रधान कुलवंत सैनी ने बताया कि गुरुकुल के छात्र आज हर क्षेत्र में सफलता हासिल कर रहे हैं। भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट जैसे उच्च पदों पर चयनित हो रहे हैं। अब दो विद्यार्थियों ने नीट की परीक्षा पास की है।

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