नीरू वढेरा ने घर में बना दिए दो बगीचे, अब औषधि विशेष की तैयारी
शहर में ऐसे भी लोग हैं जिन्होंने अपने घर को ही बगीचा बना रखा है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : शहर में ऐसे भी लोग हैं, जिन्होंने अपने घर को ही बगीचा बना रखा है। शहर की मॉडल टाउन की रहने वाली नीरू वढेरा पिछले 12 साल से घर के अंदर व बाहर 500 से ज्यादा पौधों के दो बगीचे तैयार चुकी हैं। पूरे घर को ही पौधों से सजा दिया है। इस काम में पति दलीप वढेरा व उनकी पुत्रवधू वर्णिका खूब साथ दे रही हैं। नीरू अब तक 60 से ज्यादा प्रजाति के पौधे लगा चुकी हैं। नीरू वढेरा को बचपन से ही पौधे लगाने का शौक रहा है। दो बगीचे तैयार करने के बाद अब एक और बगीचा स्पेशल मेडिसन के लिए तैयार करेंगी। इसके लिए फेसबुक, यू-ट्यूब व अन्य साइट से भी पौधों के बारे में जानकारी ले रही हैं। जरूरतमंदों की आयुर्वेदिक दवा बनाकर भी मदद की जाएगी। फिलहाल काफी ऐसे मेडिसन प्रजाति के पौधे हैं, जो हिमाचल में पाए जाते हैं। उनको भी लेकर आएंगे। फिलहाल तैयार किए गए दोनों बगीचों में इम्युनिटी पावर व ऑक्सीजन वाले पौधे लगाए गए हैं। आसपास के क्षेत्र में ऑक्सीजन बढ़ रही हैं। इन प्रजातियों के लगाए हैं पौधे
एलो प्रजाति, एलोवेरा, कैक्टस, स्कूलेंट्स, चांदनी, कीकर, पपीता, केला, मरवा, सुख शांति, आई कोरिया, तुलसी, मरवा, कड़ी पत्ता, कदम, जाल, जेंड, रौंज प्रजातियों के पौधे लगाए हैं। ये है इन पौधों की खासियत
स्कूलेंट्स : यह पौधा आमतौर पर हिमाचल के पहाड़ों पर पाया जाता है। यह घरों सजावट के लिए भी रखे जाते हैं और इससे घर काफी सुंदर दिखता है। आसपास के एरिया में ऑक्सीजन की कमी नहीं होने देता।
एलो प्रजाति : एलो प्रजाति भी घरों में रखे जाते हैं और इससे घर काफी सुंदर दिखाई देता है। इस पौधे की कुल 16 प्रजाति हैं। इसमें कुछ प्रजाति हमारे देश में मिल जाती हैं। इससे ऑक्सीजन काफी मात्रा में मिलती है।
सुख शांति : यह पौधा बेहद खास है। लोग इसे घरों में इसे खूब लगाते हैं और इसकी देखभाल करना काफी आसान है। दिखने में यह पौधा काफी सुंदर होता है।
आई कोरिया : इस पौधे के काफी अच्छे फूल होते हैं, जो घरों के अंदर रौनक बढ़ाते हैं। सुबह-शाम का माहौल को काफी खुशबूदार बनाते है। इससे लोग सबसे ज्यादा पसंद करते हैं।